फतेहपुर में डीएम और भाजपा विधायक के बीच हुई नोकझोंक, वीडियो वारयल

कानपुर। यूपी के फतेहपुर में डीएम और भाजपा विधायक विक्रम सिंह के बीच नोकझोंक का वीडियो वारयल हुआ है। प्रशासन की घेराबंदी कर अतिक्रमण तोड़ने का अभियान सफल नहीं होने दिया गया। बार-बार चेतावनी के बावजूद अतिक्रमण न तोडने वालों के मकान और दुकानें तोडने पर बवाल हो गया था। इसकी शुरुआत मुराइनटोला पुलिस चौकी के पास दोपहर तीन बजे ही हो गई थी, लेकिन यहां पर पुलिस ने स्थिति पर काबू कर लिया था।
ये भी पढ़े :-लखनऊ आए गुलाम नबी आजाद ने कही ये बात 
फतेहपुर चौक में हुए बवाल के मामले में कोतवाली पहुंचे सदर विधायक विक्रम सिंह के साथ भीड़ जुटाने के लिए सोशल मीडिया की मदद से लोगों का आह्वान किया गया। विधायक समर्थकों ने फेसबुक और व्हाटस एप के जरिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को जुटाने पूरी कोशिश की। विधायक के समर्थक अभिषेक शुक्ला ने शाम सात बजे फेसबुक में लिखा ‘विक्रम सिंह कोतवाली में हैं। पोस्ट डालने के साथ ही दो फोटो और एक वीडियो भी अपलोड किया गया। इसमें विधायक के कोतवाली में बैठे होने की और कोतवाली के बाहर लगी भीड़ को दर्शाया गया है। वीडियो, फोटो और पोस्ट देखकर तत्काल लोगों के कमेंट भी आने शुरू हो गए।
ये भी पढ़े :-दिल्ली : दूरंतो एक्सप्रेस के एसी कोच में घुसे बदमाश, हुई लूटपाट 
अतिक्रमण प्रभारी एसडीएम सदर प्रेमप्रकाश तिवारी, सीओ सिटी केड़ी मिश्रा की अगुवाई में एक जेसीबी आर्यसमाज भवन से लगाई गई और दूसरी जेसीबी पत्थरकटा चौराहे से आगे बढ़ी। मुराइनटोला पुलिस चौकी के समीप कुछ लोगों ने अतिक्रमण तोडने का विरोध कर दिया। सडक़ खड़े होकर जेसीबी आगे बढने से रोक दिया। मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने भीड़ को समाझाबुझाकर मामला शांत करा दिया था। इस दौरान कई मकान और दुकान ढहा दिए गए। गृहस्वामी मकान गिराने के लिए समय की मांग करते रहे, लेकिन प्रशासन ने एक नहीं सुनी। अतिक्रमण टीम पीलूतले चौराहे के आगे निकलकर एक दुकान पूरी तरह से ध्वस्त कराने के विरोध में व्यापारी उतर आए। इस दौरान व्यापारियों ने ईट पत्थर के टीम पर हमला कर दिया। पथराव में जेसीबी के शीशे टूट गए और एसडीएम और सीओ के वाहनों पर ईंट पत्थर बरसाए गए।
ये भी पढ़े :-NIA ने यूपी और पंजाब में आतंकी साजिश को लेकर एक बार फिर की छापेमारी 
बवाल की सूचना पर सदर विधायक विक्रम सिंह चौक पहुंच गए और उन्होंने व्यापारियों के नेतृत्व की कमान संभाल ली। व्यापारियों की भीड के साथ विधायक कोतवाली पहुंच गए। यहां पर एसडीएस और सीओ को कोतवाली बुलाने के साथ रिपोर्ट दर्ज कराने की जिद पर अड गए। विधायक ने बताया कि जबतक एसडीएम और सीओ के खिलाफ रिपोर्ट नहीं दर्ज होती है, तबतक वह कोतवाली से बाहर नहीं निकलेंगे। उधर, डीएम आवास में एसडीएम, सीओ के साथ मौजूद हैं। अन्य कई अधिकारी भी पहुंचे हैं। सूत्रों की मानें , तो दोनों तरफ से रिपोर्ट दर्ज कराने की तहरीर तैयार की गई हैं।

Back to top button