प्रबुद्ध मुस्लिम नागरिकों ने CM ममता बनर्जी को लिखा एक पत्र, आरोपितों व गुनहगारों पर करें सख्त कार्रवाई

मुस्लिम तुष्टीकरण के आरोपों के बीच कोलकाता के प्रबुद्ध मुस्लिम नागरिकों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से समाज ने सीएम से अपील की है कि किसी भी मामले में गुनहगारों या आरोपितों का धर्म न देखें। गुनाह करने वाले मुसलमानों को किसी भी कीमत पर बख्शा न जाए।

बताते चलें कि एनआरएस अस्पताल में डॉक्टरों को पीटने के आरोप में कुछ मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि मंगलवार रात पूर्व मिस इंडिया यूनिवर्स उषोशी सेनगुप्ता के साथ हुए बदसलूकी में सात मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया गया है।

मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में प्रबुद्ध मुस्लिम नागरिकों ने कहा है कि हम मुसलमान दशकों से कोलकाता में रह रहे हैं। हाल में महानगर में हुई हमले की दो घटनाओं से हमें गहरा आघात लगा है। दोनों ही मामलों में आरोपी हमारे समाज हैं। यह हमारे लिए बेहद शर्मनाक है।

आगे राज्य सरकार को मौजूदा परिस्थिति से निपटने के लिए दो सलाह दी गई है। सबसे पहले दोषियों को कानून के अनुरूप सख्त सजा मिलनी चाहिए। सिर्फ मुसलमान होने के कारण उन पर कोई दया न हो। ऐसा कर के राज्य सरकार उन लोगों को मुंहतोड़ जवाब देगी, जो लगातार मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाते हैं।

इसके साथ समाज ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि कोलकाता में रहनेवाले मुसलमान युवकों को लिंगभेद , समाजिक चेतना व कानून के अनुपालन के प्रति शिक्षित करना चाहिए। इस पत्र पर महानगर के मुस्लिम समाज के कई सामाजिक कार्यकर्ता व कई बड़ी हस्तियों के हस्ताक्षर हैं। इसमें मुदर पाथेरिया, हेना नफीस, मुस्तफा जुद्गे , डॉ जाहिद एच गंगजी, डॉ अकील बसराय,मामून अख्तर व शबनम आलम शामिल हैं।

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