प्रदेशभर में दस दिन में काम करने लगेगा एलडीए का नया सॉफ्टवेयर!

एलडीए में ऑनलाइन मानचित्र पास करने की व्यवस्था में मानवीय दखल पूरी तरह खत्म कर दी गई है। एलडीए से अब नक्शा पास करने में जेई की रिपोर्ट जैसे मसले नहीं होंगे। सॉफ्टवेयर आपके भूखंड और लेआउट के आधार पर कमियां खुद बताएगा। उनको सुधारे जाने के बाद नक्शा ई-मेल के जरिये आपको मिलेगा। पास न होने की स्थिति में स्पष्ट अस्वीकृति की रिपोर्ट भी तय समय पर मिलेगी।

प्रदेश में ईज ऑफ डुइंग बिजनेस पॉलिसी के तहत मानचित्र पास करने का नया सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है। इसमें सारी जिम्मेदारी एलडीए को ही दी गई है। प्राधिकरण के मानचित्र प्रभारी भूपेंद्र वीर सिंह ने बताया कि फिलहाल ऑनलाइन मानचित्र पास करने की जो व्यवस्था है, उसमें अभियंताओं की रिपोर्ट और अन्य तरह की मानवीय दखल होती है। इससे आवेदकों का शोषण किए जाने की संभावना बनी रहती है।

ऐसे काम करेगा सॉफ्टवेयर

  • प्राधिकरण की वेबसाइट पर ही मानचित्र आवेदन करने के लिए लिंक होगा
  • क्लिक करने के बाद फॉर्म भरना होगा
  • जरूरी कागज अपलोड करने होंगे। इन कागजों और मानचित्र के आधार पर आपको शुल्क सॉफ्टवेयर बताएगा
  • शुल्क ऑनलाइन जमा होगा। सॉफ्टवेयर जमीन के लेआउट प्लान और आपके नक्शे का मिलान कर अगर कोई कमी होगी तो उसके सुधार का समय देगा
  • सुधार होने पर नक्शा पास कर आवेदक के ई-मेल पर भेज दिया जाएगा।

सभी नक्शों के लिए तय समय

  • सामान्य एकल आवासीय भवनों के लिए 48 घंटे का समय तय
  • बड़े ग्रुप हाउसिंग, शॉपिंग मॉल और कॉमर्शियल नक्शों के लिए एक माह का समय।
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