पूर्व मंत्री स्व० एज़ाज़ रिज़वी की 20वीं पुण्य तिथि पर यादगारी जलसा व अवार्ड वितरण का आयोजन

लखनऊ. पूर्व मंत्री एज़ाज़ रिज़वी की 20वीं पुण्य तिथि के अवसर पर एज़ाज़ रिज़वी मेमोरियल सोसाइटी (आर्म्स)
द्वारा एक “यादगारी जलसे” का आयोजन उत्तर प्रदेश अकादमी के सभागार में किया गया I कार्यक्रम में
एज़ाज़ रिज़वी के जीवन, कार्यों व उपलब्धियों को प्रकाशित किया गया I

कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ० अम्मार रिज़वी (पूर्व कार्यवाहक मुख्य मंत्री, उत्तर प्रदेश) ने की जब कि मुख्य
अतिथि कलराज मिश्रा, सांसद (पूर्व केन्द्रीय मंत्री, भारत सरकार) थे व विशिष्ट अतिथि के रूप में सुरेश
श्रीवास्तव (विधायक, लखनऊ पश्चिम) और अब्दुल रशीद अंसारी (राष्ट्रीय अधयक्ष, भा० ज० पा०
अल्पसंख्यक मोर्चा मौजूद थे I

यादगारी जलसे की शुरुआत पाक कुरान मजीद की तिलावत से हुई I इसके उपरान्त एज़ाज़ रिज़वी की
जीवनी पर आधारित एक लघु फ़िल्म प्रस्तुत की गयी जिसमें पद्म श्री प्रोफेसर एमेरिटस आसिफा ज़मानी
की ग़ज़ल के बोल – ‘ऐसे भी क्या ख़फ़ा हुए..’ से माहौल ग़मज़दा हो गया I प्रोफेसर ज़मानी ने अपने पति
को याद करते हुए अपने करियर का श्रेय एज़ाज़ रिज़वी को दिया जिनके प्रोत्साहन से उन्होंने उच्च शिक्षा
प्राप्त की I

आर्म्स द्वारा एज़ाज़ रिज़वी मेमोरियल अवार्ड 2018 दिया गया जिन्होंने अपने क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान
दिया –
– फतेहपुर सीकरी के अरशद फ़रीदी (उर्दू पत्रकारिता)

कार्यक्रम में वक्ताओं ने एज़ाज़ रिज़वी के जीवन की अलग-अलग पहलुओं पर अपने विचार व्यक्त किये –
उनके संघर्षमय व कर्मठ जीवन, निष्ठा, कार्य-कुशलता, मधुर स्वाभाव, ज्ञान, देश-भक्ति, कुशल वक्ता व
अच्छे नेता होने के गुणों की सराहना की I सभी ने माना कि एज़ाज़ रिज़वी ने खुद को मिसाल के रूप में
लोगों के सम्मुख प्रस्तुत किया जो हमेशा समाज के लोगों के लिए, प्रमुखतः अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों
के लिए समर्पित रहे I

आसिफ़ ज़मां रिज़वी, सदस्य – राष्ट्रीय कार्य समिति, भा० ज० पा० अल्पसंख्यक मोर्चा ने अपने पिता
एज़ाज़ रिज़वी के व्यक्तित्व को याद करते हुए कहा कि वो हमेशा निर्धन की ख़ामोशी से मदद करते थे और
विकट घड़ी में सदैव शांत रहते थे I वकालत में वे हमेशा ग़रीब, बेवा और यतीम लोगों के केस बिना पैसे
लिए लड़ते थे I एक क़िस्सा याद करते हुए आसिफ़ ने बाताया कि नाली के गंदे पानी की वजह से दो
पड़ोसियों में लड़ाई हो रही थी, तो रिज़वी साहब ने अपने हाथ से नाली साफ़ कर दोनों पड़ोसियों में सुलह
करायी I इस छोटी सी घटना से हम सब एक बड़ा सबक़ ले सकते हैं I

कार्यक्रम में अनेक राजनैतिक, भा०ज०पा० के कार्यकर्ता, मुस्लिम मौलाना, विश्वविद्यालयों के अध्यापक गण
व समाज सेवी मौजूद थे I कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन हिमानी रिज़वी ने किया I राष्ट्र – गान के साथ
कार्यक्रम समाप्त हुआ .

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