पुलिस के साये में गांव में पहली बार बैंडबाजे के साथ निकली दलित की बारात

सुसनेर: ग्राम माणा में दलित परिवार की शादी में बारात नहीं निकलने देने तथा बैंडबाजे नहीं बजने देने की शिकायत मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने माणा में दिनभर मौजूद रहकर दलित की बेटी की बारात निकलवाई, साथ ही अपनी देखरेख में शादी की सारी रस्में भी करवाईं।

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पुलिस के साये में गांव में पहली बार बैंडबाजे के साथ निकली दलित की बारात उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को माणा निवासी चंदरसिंह ने एसडीएम जीएस डावर तथा एसडीओपी ओपी शर्मा को लिखित शिकायत कर बताया था कि ग्रामीण उसकी बेटी की बारात बैंडबाजे से नहीं निकालने देंगे।

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शिकायत मिलने के बाद शनिवार को प्रशासन के जिम्मेदारों ने ग्राम में पहुंचकर ग्रामीणों को समझाइश दी थी, साथ ही ग्राम में पुलिस बल की भी तैनाती की थी। रविवार को पुलिस और प्रशासन के जिम्मेदारों ने माणा में मौजूद रहकर शादी की रस्में पूरी करवाई तथा राजगढ़ से आई ममता की बारात की निकासी भी पूरे ग्राम में बैंडबाजे के साथ निकाली गई।

परिवार में छाई खुशी की लहर

रविवार को माणा में शादी में बैंडबाजे बजे तो ममता के परिजनों में खुशी की लहर छा गई। इस गांव में अभी तक किसी भी दलित की बैंडबाजे से बारात नहीं निकली थी। यह पहला मौका था शायद इसलिए सभी की आंखों में खुशी छाई थी।

इन्होंने संभाला मोर्चा

रविवार को शादी वाले दिन एसडीएम जीएस डावर, एसडीओपी ओपी शर्मा, तहसीलदार मुकेश सोनी, थाना प्रभारी ओपी मोहता व सुसनेर, नलखेड़ा व सोयत का पुलिस बल ग्राम में ही तैनात था।

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सारी रस्में पूरी करवाई

माणा में दलित की बेटी की बारात में बैंडबाजा नहीं बजने देने की शिकायत मिलने के बाद प्रशासन और पुलिस ने ग्रामीणों को समझाइश दी और रविवार को शादी की सारी रस्में अपनी देखरेख में संपन्ना भी करवाई। 

 

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