अभी-अभी: पीएम मोदी ने इन बच्चियों के नाम कर दी अपनी सारी कमाई

नई दिल्ली :  देश की जनता के मन में अक्सर ख्याल उठता है कि आखिर कितना कमाते हैं भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी और नोटबंदी के बाद कैसे चलाते हैं अपना खर्चा? आइये आज आपको पीएम मोदी की कमाई और खर्चों के बारे में बताते हैं।
New Delhi : देश की जनता के मन में अक्सर ख्याल उठता है कि आखिर कितना कमाते हैं भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी और नोटबंदी के बाद कैसे चलाते हैं अपना खर्चा? आइये आज आपको पीएम मोदी की कमाई और खर्चों के बारे में बताते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ पीएम मोदी इस वक़्त प्लास्टिक मनी द्वारा यानि कैशलेस तरीके से अपने खर्चे कर रहे हैं। आरटीआई के जरिए से आई जानकारी के अनुसार 2016 में पीएम मोदी की आय 19 लाख 20 हजार रुपए सालाना थी यानि 1 लाख 60 हजार रुपए प्रतिमाह। आपको बता दें कि इतना कमाने के बावजूद भी पीएम मोदी देश के एक अमीर राजनेता नहीं हैं। पीएम मोदी अपनी आय का एक बड़ा हिस्सा दान कर देते हैं। पीएम बनने के बाद भी उन्होंने अपनी साल भर की सैलरी के 21 लाख रुपये गुजरात सरकार में के लिए काम कर रहे ड्राइवरों और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की बच्चियों की शिक्षा के लिए दान कर दिए थे। मतलब साल भर की कमाई उन्होंने बच्चियों के नाम कर दी। नेपाल में भूकंप आने के वक़्त भी उन्होंने अपनी एक माह की आय यानि 1 लाख 60 हजार रुपये दान कर दिए थे। इसके अलावा भी वो विभिन्न अवसरों पर अपनी बचत के पैसे दान करते रहते हैं। सोशल मीडिया का जिस तरह से नरेंद्र मोदी इस्तेमाल करते हैं उसका कोई जवाब नहीं है। सोशल मीडिया पर उनकी कही बातों को करोड़ों लोग सुनते हैं । AAP ने डाली RTI इस बात की चर्चा की जाती है कि पीएम के सोशल मीडिया अकाउंट्स को मैनेज करने के लिए एक लंबी चौड़ी टीम है औऱ इस पर भारी भरकम खर्च किया जाता है। तो इसी बात को जानने के लिए आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली के एक नेता ने PMO में एक RTI डाली। RTI में ये सवाल पूछे उन्होंने अपनी RTI में एक अहम सवाल ये पूछा कि 2014 से जब से पीएम मोदी ने जिम्मेदारी संभाली है तब से उनके सोशल मीडिया के हर अकाउंट और वेबसाइट का सिलसिलेवार खर्च बताया जाए और ये भी बताया जाए कि कब, कहाँ कितना पैसा ख़र्च हुआ है ? PMO ने क्या दिया जवाब इस सवाल का PMO यानी कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने जो जवाब दिया वो बेहद हैरान करने वाला है। पीएमओ ने बताया कि PM मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट्स को चलाने के लिए आज तक भारत सरकार यानी PM ऑफ़िस का एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ है। मोदी अपनी सैलरी से ये खर्च उठाते हैं। यहाँ तक कि प्रधानमंत्री कार्यालय का जो ऐप है वो भी बिना सरकारी पैसे के बना है। PM मोदी की इस ऐप के लिए इनाम में जो धनराशी दी गई है उसका खर्च भी गूगल ने उठाया है । इसके अलावा नरेंद्र मोदी नाम का जो ऐप है उसपर भी आज तक एक पैसा भी खर्च नहीं हुआ है। वो ऐप बीजेपी की आईटी सेल मैनेज करती है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ पीएम मोदी इस वक़्त प्लास्टिक मनी द्वारा यानि कैशलेस तरीके से अपने खर्चे कर रहे हैं। आरटीआई के जरिए से आई जानकारी के अनुसार 2016 में पीएम मोदी की आय 19 लाख 20 हजार रुपए सालाना थी यानि 1 लाख 60 हजार रुपए प्रतिमाह। आपको बता दें कि इतना कमाने के बावजूद भी पीएम मोदी देश के एक अमीर राजनेता नहीं हैं।
पीएम मोदी अपनी आय का एक बड़ा हिस्सा दान कर देते हैं। पीएम बनने के बाद भी उन्होंने अपनी साल भर की सैलरी के 21 लाख रुपये गुजरात सरकार में के लिए काम कर रहे ड्राइवरों और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की बच्चियों की शिक्षा के लिए दान कर दिए थे। मतलब साल भर की कमाई उन्होंने बच्चियों के नाम कर दी।   
नेपाल में भूकंप आने के वक़्त भी उन्होंने अपनी एक माह की आय यानि 1 लाख 60 हजार रुपये दान कर दिए थे। इसके अलावा भी वो विभिन्न अवसरों पर अपनी बचत के पैसे दान करते रहते हैं।
सोशल मीडिया का जिस तरह से नरेंद्र मोदी इस्तेमाल करते हैं उसका कोई जवाब नहीं है। सोशल मीडिया पर उनकी कही बातों को करोड़ों लोग सुनते हैं ।
 
AAP ने डाली RTI
  • इस बात की चर्चा की जाती है कि पीएम के सोशल मीडिया अकाउंट्स को मैनेज करने के लिए एक लंबी चौड़ी टीम है औऱ इस पर भारी भरकम खर्च किया जाता है। तो इसी बात को जानने के लिए आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली के एक नेता ने PMO में एक RTI डाली।
RTI में ये सवाल पूछे
  • उन्होंने अपनी RTI में एक अहम सवाल ये पूछा कि 2014 से जब से पीएम मोदी ने जिम्मेदारी संभाली है तब से उनके सोशल मीडिया के हर अकाउंट और वेबसाइट का सिलसिलेवार खर्च बताया जाए और ये भी बताया जाए कि कब, कहाँ कितना पैसा ख़र्च हुआ है  ?
PMO ने क्या दिया जवाब
  • इस सवाल का PMO यानी कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने जो जवाब दिया वो बेहद हैरान करने वाला है।  पीएमओ ने बताया कि PM मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट्स को चलाने के लिए आज तक भारत सरकार यानी PM ऑफ़िस का एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ है। मोदी अपनी सैलरी से ये खर्च उठाते हैं।
यहाँ तक कि प्रधानमंत्री कार्यालय का जो ऐप है वो भी बिना सरकारी  पैसे के बना है। PM मोदी की इस ऐप के लिए इनाम में जो धनराशी दी गई है उसका खर्च भी गूगल ने उठाया है । इसके अलावा नरेंद्र मोदी नाम का जो ऐप है उसपर भी आज तक एक पैसा भी खर्च नहीं हुआ है। वो ऐप बीजेपी की आईटी सेल मैनेज करती है।
Back to top button