पीएम मोदी के कान में फुसफुसाकर यह बोले थे मुलायम सिंह यादव, खुल गया राज़…

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शपथ ग्रहण समारोह में एक तस्वीर पर सबका ध्यान गया। वह तस्वीर थी मुलायम सिंह यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की। उस तस्वीर में मुलायम सिंह को मोदी के कान में कुछ कहते हुए देखा गया था। उसके बाद मुलायम ने अपने बेटे अखिलेश यादव को भी नरेंद्र मोदी से मिलवाया।सबके मन में यह सवाल आ रहा था कि मुलायम ने मोदी के कान में क्या कहा था। तब से लेकर अबतक इस बात के लिए बस कयास ही लगाए जा रहे थे। लेकिन अंग्रेजी अखबार द टेलीग्राफ ने दावा किया है कि उसको किसी सीनियर नेता ने दोनों शीर्ष नेताओं के बीच हुई बातचीत के बारे में बताया है। अखबार की खबर का दावा है कि मुलायम ने पहले मोदी के कान में कहा था, ‘थोड़ा अखिलेश का ख्याल रखिए।’ इसके बाद वह अखिलेश को मोदी के पास लेकर आए। फिर उन्होंने दोनों का हाथ मिलवाकर कहा, ‘इनको सिखाइए।’ इसपर मोदी ने भी सहमति देते हुए अपना सिर हिला दिया था। इतना ही नहीं उन्होंने अखिलेश की पीठ भी थपथपाई थी।

बता दें कि उत्तर प्रदेश विधान चुनाव 2017 की वोटिंग से पहले मोदी और अखिलेश दोनों ने ही काफी जनसभाएं की। दोनों ने एक दूसरे पर जमकर निशाना भी साधा था। एक रैली में मोदी ने सपा पर विज्ञापन पर काफी सारा पैसे खर्च करने का आरोप लगाया था। जिसका जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा था कि गुजरात के तो गधों का भी विज्ञापन होता है। उन्होंने एक विज्ञापन का जिक्र किया था जिसमें अमिताभ बच्चन गुजरात के गधों के बारे में बता रहे थे। उसके बाद तो गधे पर विवाद बढ़ता ही गया। फिर मोदी ने कहा कि गधा मेहनती होता है। फिर नेताओं के भी उस मुद्दे पर काफी बयान आए थे।यूपी चुनाव में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस से गठबंधन किया था। मोदी ने उसपर भी चुटकी लेते हुए राहुल को अखिलेश का ‘नया यार’ कहा था। चुनाव से पहले सपा में फूट पड़ गई थी।

जिस वजह से मुलायम ने पूरे चुनाव में बस दो रैलियों को संबोधित किया। जिसमें एक शिवपाल के लिए और दूसरी उनकी बहू अपर्णा यादव के लिए थी। शिवपाल तो चुनाव जीत गए लेकिन अपर्णा चुनाव हार गई थीं।योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव दोनों ही पहुंचे थे। अखिलेश यादव जब शपथ से पहले मंच पर पहुंचे थे तो सभी विधायकों से मुलाकात की थी। लेकिन यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती नहीं पहुंची। इनके अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और यूपी के पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी सहित पार्टी के कई नेता मौजूद थे।

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