पिता – पुत्र में नहीं हुई सुलह : अखिलेश ने रखी शर्त, आज दिल्ली जाएंगे मुलायम

यूपी में समाजवादी पार्टी में पिता मुलायम सिंह और पुत्र अखिलेश के बीच जारी विवाद में सुलह नहीं हो पाई है. साईकिल चुनाव चिन्ह का मामला चुनाव आयोग के पाले में हैं. अखिलेश साईकिल चुनाव चिन्ह को बचाना चाहते हैं , इसलिए उन्होंने मुलायम सिंह को ज्ञापन वापस लेने को कहा. जबकि मुलायम सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद नहीं छोड़ना चाहते हैं. मुलायम खेमे के गायत्री प्रजापति ने परसों शाम को ही पिता –  पुत्र की फोन पर बात कराई. इसी के बाद मुलायम नरम पड़े, लेकिन कल सुबह जब अखिलेश- मुलायम की मुलाकात हुई तो बात फिर बिगड़ गई.

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सूत्रों के अनुसार मुलायम सिंह और अखिलेश यादव के बीच जो बातचीत हुई उसमें मुलायम सिंह ने अखिलेश से कहा कि तुम ही उम्मीदवार फाइनल करो, सीएम का चेहरा भी तुम ही रहो, अमर पार्टी छोड़ देंगे, शिवपाल चुनाव नहीं लड़ेंगे, बस एक ही फरियाद है कि तुम मुझे अध्यक्ष रहने दो. लेकिन बैठक में अखिलेश ने ऐसी शर्त रख दी कि जो मुलायम को मंजूर नहीं हुई.

बता दें कि अखिलेश ने अपने पिता से कहा कि आप अध्यक्ष बन जाइएगा, लेकिन ढाई महीने बाद. तब तक चुनाव भी खत्म हो जाएंगे. इस पर गुस्साए मुलायम ने कहा तुम्हारी ये शर्त मुझे ढाई घंटे भी कबूल नहीं. लगभग पराजित पिता ने कहा तुम्हारी सारी बातें मान ली. अब एक बात मेरी भी मान लो.अखिलेश पर किये एहसानों का जिक्र करते हुए मुलायम ने यह भी कहा कि जब तुम लोकसभा चुनाव हारे थे तो हम पर भी तुम्हें हटाने का बहुत दबाव था, लेकिन हमने तुम्हें मुख्यमंत्री बनाया.

पिता -पुत्र में चुनाव चिन्ह को लेकर भी चर्चा हुई.चुनाव आयोग द्वारा साइकिल चुनाव चिन्ह जब्त करने की आशंका के चलते मुलायम सिंह ने अखिलेश से कहा कि तुम रामगोपाल यादव से कहो कि वो चुनाव आयोग से अपना ज्ञापन वापस ले ले.लेकिन अखिलेश ने यह बात नहीं मानी. चुनाव चिन्ह के मुद्दे पर अब 13 जनवरी को खुलासा होगा कि चुनाव आयोग क्या रुख अपनाता है.

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