पाक की सीमा से सटे अतिसंवदेनशील जिलों पठानकोट, गुरदासपुर में सर्च ऑपरेशन जारी……
आतंकी हमलों का इनपुट मिलने के बाद पुलिस व सुरक्षा बल मुस्तैैैद हो गए हैं।पाकिस्तान की सीमा से सटे अतिसंवदेनशील जिलों पठानकोट और गुरदासपुर का चप्पा-चप्पा खंगाला जा रहा है। सुबह से ही जवान बड़े स्तर पर चलने वाले सर्च ऑपरेशन चला रहे हैैं। सर्च आपरेशन में लगभग 2500 जवान शामिल हैं। जवानों को फिल्लौर, जालंधर सहित अन्य जिलों से भी बुलाया गया है। हालांकि जवानों को अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है।
पठानकोट व गुरदासपुर में पुलिस सुबह से ही सर्च अभियान में जुट गई थी। पठानकोट सिटी सहित शाहपुरकंडी, नरोट जैमल सिंह, तारागढ़, बमियाल, धार, दुनेरा व गुरदासपुर में बटाला, सीमावर्ती गुज्जरों के डेरो व अन्य जगहों पर सर्च आपरेशन चलाया जा रहा है।
स्थानीय पुलिस के साथ एडीजीपी के साथ ही कई उच्च अधिकारियों सहित एसएसजी, स्वेट, एसओजी फोर्सेज के अधिकारी और जवान सर्च ऑपरेशन का जिम्मा संभाले हुए हैं|
यहां आर्म्ड फोर्स बटालियनों के 1383 जवान पहले से तैनात हैं। सर्च ऑपरेशन में एसओजी, स्वैट, एसएसजी, घातक कमांडो की टीमें भी शामिल हैं।
इसलिए सर्च ऑपरेशन जरूरी
- पठानकोट जिले की करीब 35 किलोमीटर सीमा पाकिस्तान से लगती है। इसके अलावा जम्मू कश्मीर से सटे क्षेत्र बहुत संवेदनशील हैं। पठानकोट में एयरफोर्स स्टेशन है और सेना की छावनी है।
- पाकिस्तान सीमा के पास बड़ी संख्या में गुज्जर भाईचारे के लोग झुग्गियों में रहते हैं। 2015 को दीनानगर पुलिस थाने और 2016 में एयरफोर्स स्टेशन पर आतंकी हमला हो चुका है। आतंकियों के गुज्जरों के डेरों में ही शरण लेने की सूचनाएं उस वक्त आई थीं।
अस्पतालों में बेड, दवाइयां और ब्लड रिजर्व रखा, स्टाफ अलर्ट
पठानकोट, गुरदासपुर और बटाला के सिविल अस्पतालों में 20 -20 बेड रिजर्व रखे गए हैं। दवाइयों व 150 यूनिट खून भी रिजर्व रखा गया है। सीएचसी और पीएचसी के चिकित्सकों को इमरजेंसी सेवाएं अलर्ट पर रखने के निर्देश दिए गए हैं।