पर्यावरण संरक्षण के प्रति देशवासियों को जागरूक करने का बीड़ा उठाते हुए दो छात्रों ने कायम की ये मिसाल

 दो छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति देशवासियों को जागरूक करने का बीड़ा उठाते हुए मिसाल कायम की है। देहरादून स्थित दून पीजी कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के बीएससी एग्रीकल्चर और फोरेस्ट्री तृतीय वर्ष के छात्र अबिन सी जोसेफ और सूर्या नारायणन ने साइकिल से 45 दिन तक साढ़े चार हजार किलोमीटर की दूरी तय कर कश्मीर से कन्याकुमारी तक पर्यावरण का संदेश दिया। दोनों छात्र केरल के रहने वाले हैं और दून में उच्च शिक्षा ग्रहण करने आए हैं।

कॉलेज में पढ़ने वाले अबिन सी जोसेफ और सूर्या नारायणन ने अपने दोस्तों के साथ कुछ ऐसा करने की योजना बनाई जो पूरे देश के लिए लाभकारी और प्रेरणादायक हो। कॉलेज प्रवक्ताओं और दोस्तों से मंत्रणा के बाद बाद निर्णय लिया कि देश में पर्यावरण संरक्षण की अलख साइकिल के जरिए जगाई जाए। दोनों छात्रों ने बीते नौ जुलाई को जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर से अपनी साइकिला यात्रा शुरू की। जिसे सेना के अधिकारियों ने झंडी दिखाकर रवाना किया। दोनों छात्रों ने प्रतिदिन 120 से 150 किलोमीटर की यात्रा तय की। वह प्रतिदिन सुबह पांच बजे से 11 बजे और शाम को चार बजे से सात बजे तक ही साइकिल से यात्रा करते थे।

इस बीच उन्होंने हरियाणा में कई जगह तेज धूप में 42 से 46 डिग्री सेल्सियस तापमान का सामना भी किया, लेकिन दोनों छात्रों का हौसला फिर भी नहीं डिगा। इनकी चार हजार छह सौ किलोमीटर की साइकिल यात्रा प्रदेश के 29 राज्यों से होकर गुजरी। बताया कि तमिलनाडू, दिल्ली और पंजाब के शहरों से गुजरते हुए उन्हें लोगों का खूब साथ मिला। इस दौरान दोनों छात्रों ने ‘वन ट्री केन सेव द वर्ल्ड’ का संदेश दिया। पांच अगस्त को उनकी साइकिल यात्रा कन्याकुमारी में समाप्त हुई।

दून पीजी कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के डीन मंजूर अहमद ने कहा कि संस्थान के दोनों छात्रों पर हमें गर्व है। देश में पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने के लिए दोनों छात्रों ने ‘गो ग्रीन इंडिया’ अभियान प्रारंभ करने की ठानी। कश्मीर से कन्याकुमारी तक लगातार 45 दिन तक साइकिल से यात्रा और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना संस्थान के साथ-साथ उत्तराखंड और देश के लिए गर्व का विषय है। अबिन और सूर्या करोड़ों युवाओं के लिए रोल मॉडल बनकर उभरे हैं।

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