‘पढ़ेंगे तभी तो बढ़ेंगे’ की नीति पर चला पंजाब, अब खोले जायेंगे 10 नए डिग्री कालेज

चंडीगढ़। वित्‍तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल के बजट में ‘पढ़ंगे तभी तो बढ़ेंगे’ की नीति भी दृष्टिगोचर हुई है। वित्तमंत्री ने शिक्षा के लिए अावंटन में पांच फीसदी का इजाफा किया है। प्री-नर्सरी से लेकर उच्च शिक्षा तक के विद्यार्थियों का ध्‍यान रखा गया है। बजट में स्कूल के दरवाजों की खराब होने वाली सिटकिनी से लेकर लड़कियों के शौचालय तक, ग्रीन बोर्ड से लेकर स्कूलों के फर्नीचर तक कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं जिसके लिए बजट में प्रावधान नहीं किया गया है।

बिजली के क्षेत्र में स्कूलों को आत्‍मनिर्भर बनाने के लिए सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में सोलर ऊर्जा सिस्टम को स्थापित करने का प्रावधान भी बजट में किया गया है। वित्तमंत्री ने शिक्षा क्षेत्र के ढांचागत सुधार पर विशेष जोर दिया है। इसके तहत 120 करोड़ रुपये से 1597 नए क्लास रूम बनाए जाएंगे। इसके साथ ही नौनिहालों को स्वच्छ पानी पीने को मिल सके इसके लिए 1500 स्कूलों में आरओ सिस्टम स्थापित किए जाएंगे। स्कूलों में ग्रीन बोर्ड लगाने के लिए 21 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

छठी से 12 कक्षाओं की छात्राओं को नि:शुल्क सैनेटरी नैपकिन दिए जाएंगे। इसके अलावा पहली से 12वीं तक के विद्यार्थियों को जरूरी पाठ्य पुस्तकें नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जाएंगी। इसके लिए 49 करोड़ रुपये का वित्‍तमंत्री ने बजट में प्रावधान है।

नई सोच

स्मार्ट शहर की तर्ज पर पंजाब सरकार ने स्मार्ट स्कूल स्थापित करने की योजना तैयार की है। हालांकि इसके लिए बजट का प्रावधान तो नहीं किया गया लेकिन वित्तमंत्री ने दावा किया कि अतिरिक्त श्रोत जुटा कर 50 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे। वहीं, डिजिटल शिक्षा के तहत निजी सहभागियों के साथ मिल कर स्कूलों में वाईफाई सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसमें 200 स्कूल कवर किए जाएंगे।

नया प्रयास

स्कूलों के बिजली के बिल के चक्रव्यूह से निकालने के लिए वित्तमंत्री ने सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में सोलर ऊर्जा स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है। वहीं, मौजूदा अकादमी सत्र में बोर्ड मैट्रिक एवं प्लस 2 की पीक्षा के लिए डिजिटल प्रमाण पत्र जारी करेगा।

फर्नीचर और छोटी-मोटी रिपेयर का भी ध्यान

वित्तमंत्री ने स्कूलों के फर्नीचर और छोटी-मोटी रिपेयर का भी ध्यान रखा है। प्राइमरी, मिडिल व हाई स्कूल के लिए ग्रीन बोर्ड के लिए 21 करोड़ रुपये, प्राइमरी और मिडल स्कूलों के फर्नीचर के लिए 23.14 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया है। वहीं, स्कूलों में छोटी-मोटी मरम्मत के लिए 10 करोड़ रुपये के बजट का प्रबंधन किया गया है।

उच्च शिक्षा के लिए ठोस कदम

वित्तमंत्री ने राज्य में 10 नए डिग्री कालेज खोलने की घोषणा की। इसके तहत 30 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया। वहीं, पंजाब विश्वविद्यालय की ग्रांट को 33 करोड़ रुपये बढ़ा कर 42.62 करोड़ रुपये करने का फैसला किया। इसी अन्य विश्वविद्यालयों की ग्रांटों में पिछले वर्ष के मुकाबले छह फीसदी की वृद्धि की।

वित्तमंत्री ने पंजाबी विश्वविद्यालय को लिए 50 करोड़ रुपये की एकमुश्त अतिरिक्त ग्रांट देने का भी प्रावधान रखा है। वहीं, पंजाब के प्रसार के लिए 25.01 करोड़ रुपये भी रखे गए है।

चेयर होंगे स्थापित

पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला में महाराजा अग्रसेन और महाराणा प्रताप चेयर की स्थापना जाएगी। इसके लिए दो-दो करोड़ रुपये आरक्षित किए गए है।

बजट में शिक्षा के लिए मुख्‍य बातें-

– पंजाबी यूनिवर्सिटी को एकमुश्त 50 करोड़ रुपये की ग्रांट।

– पंजाब यूनिवर्सिटी का ग्रांट 33 करोड़ रुपये से बढ़ा कर 42.62 करोड़ रुपये किया।

– शिक्षा के बजट में की पांच फीसदी की वृद्धि, 1597 अतिरिक्त क्लास रूम बनेंगे, 120 करोड़ का प्रावधान।

– प्राइमरी, मिडिल और हाई स्कूलों के लिए खरीदे जाएंगे ग्रीन बोर्ड।

-छठी से 12वीं कक्षा तक की छात्राओं को मिलेगा नि:शुल्क सैनेटरी नैपकिन।

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