पटाखा फुस्स निकलने पर आतिशबाज के लिए ‘यमराज’ बने शराब में धुत बाराती

पटाखा फुस्स निकलने की सजा एक आतिशबाज को इस कदर भुगतनी पड़ी कि उसके परिवारवाले अब दाने-दाने को मोहताज हो जाएंगे। यूपी के फतेहपुर में सोमवार शाम शादी समारोह की खुशियां अचानक मातम में उस समय बदल गईं जब एक पटाखा जलते-जलते बीच में ही फुस्स हो गया।  
पटाखा फुस्स निकलने पर आतिशबाज के लिए ‘यमराज’ बने शराब में धुत बाराती
 
सुंधवा गांव निवासी वीरेंद्र लोधी (40) पुत्र मेवालाल उधन्नापुर के आतिशबाजों के यहां काम करता था। वह सोमवार शाम मलवां थाने के शिवबक्स का पुरवा मजरे भदवा गांव निवासी विजय उर्फ कल्लू की बारात में आतिशबाजी छुड़ाने गया था। आगवानी के दौरान वह शराब के नशे में था। इसी बीच पटाखा छुड़ाने को लेकर बारातियों से विवाद हो गया। कुछ बारातियों ने उसकी पिटाई कर दी, जिससे वह बेहोश होकर गिर पड़ा।

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100 नंबर कई बार मिलाया लेकिन नहीं पहुंची पुलिस

आतिशबाज के घर में लगी ग्रामीणों की भीड़।

घटना की सूचना ग्रामीणों ने यूपी 100 को दी। कई बार मिलाने के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची। इसके बाद थाने में सूचना दी गई। कुछ देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने वीरेंद्र को मृत पाया। पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वीरेंद्र के मृत होने की सूचना मिलते ही बाराती भाग गए। पुलिस की सूचना पर वीरेंद्र के पिता मेवालाल और चाचा कृष्ण कुमार भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने अज्ञात के खिलाफ पीट कर हत्या का आरोप लगाया।

रोती बिलखती पत्नी रामरती और छोटे-छोटे बच्चे।

पुलिस का कहना है कि तहरीर मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। वीरेंद्र अपने पीछे पत्नी राजरानी, तीन बेटे चंद्रभूषण (12) , जय सिंह (8), शिवशंकर (6) और एक बेटी सोमवती (3) को छोड़ गया है।  
 
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