पजाब में कैप्‍टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू विवाद पर बन रहा रैप, सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच विवाद के कारण पंजाब की सियासत गर्माने के साथ ही लोग भी इसमें शामिल होने लगे हैं। पूरे मामले में राजनीतिक हलकों में बहसबाजी के साथ ही सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ी हुई है। इसके साथ ही अब यह विवाद संगीत की दुनिया में पहुंच गया है। जालंधर के पास के गांव बिणगा के गायक हिम्मत सिंह ने इस मामले में एक रैपर तैयार किया है और यह पंजाब में खासा वायरल भी हो रहा है। इस रैप में नवजोत सिंह सिद्धू का पक्ष लिया गया है।

सोशल मीडिया पर कुछ ने बताया सिद्धू का दांव, कुछ बोले कैप्टन-सुखबीर का फ्रेंडली मैच एक्सपोज किया

साेशल मीडिया पर इस रैप को अच्‍छा रिस्‍पांस मिल रहा है। लोगों ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा है कि इसे खुद नवजोत सिंह सिद्धू ने ही तैयार करवाया है। दूसरी ओर, सिद्धू समर्थकों ने इसकी यह कहते हुए सराहना की है कि हिम्मत सिंह ने कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुखबीर बादल के बीच चल रहे फ्रेंडली मैच को गाने के जरिए उजागर कर दिया है। इस गाने में सिद्धू व कैप्टन या सिद्धू-सुखबीर, मजीठिया के साथ चले आ रहे विवादों को उभारा गया है।

गाने के शुरू के बोल से साफ है कि गायक हिम्मत सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को कैबिनेट में निकाले जाने को लेकर अपनी परेशान जाहिर की है। उनका मानना है कि सिद्धू को इल्जाम लगाकर बदनाम किया जा रहा है, क्योंकि उन्होंने कैप्टन और सुखबीर बादल के बीच चल रहे फ्रेंडली मैच को उजागर किया है।

गाने के बोल इस तरह हैं-

‘सिद्धू कीता बदनाम लाके झूठे इज्लाम…

माड़ा सिद्धू ने की कीता सानू वी तां दस

बस सिद्धू दा कसूर ओह बोल पेया सच…

पैणा सिद्धू नाल तुहानूं इंसाफ करना , नहीं तां पउगा तुहानूं वड्डा हर्जाना भरना

लोड़ पैण ते पउगा सारा सिद्धू नाल पंजाब’

नशा तस्करी का मुद्दा भी उठाया

विधानसभा में सिद्धू और बिक्रम मजीठिया के बीच नशीले पदार्थों की तस्करी पर हुए विवाद को भी गाने में रखा गया है। इसमें कहा गया है कि सिद्धू नशे के व्यापारियों को सजा दिलाना चाहते थे, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। हिम्मत सिंह का यह भी मानना है कि सिद्धू की सियासी तरक्की उसके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से सहन नहीं हुई। सिद्धू को ईमानदार बताते हुए कहा गया कि उन पर जानबूझकर झूठे इल्जाम लगाए जा रहे हैं और उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। हिम्मत का कहना है कि उनके इस गाने पर पाबंदी भी लग सकती है, लेकिन वह डरने वाले नहीं हैं।

गायक ने कहा- गाने पर लग सकती है पाबंदी, लेकिन वह डरने वाले नहीं, पहले भी बना चुके हैं सिद्धू के लिए रैप

हिम्मत सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू के लिए पहली बार गाना नहीं गया है, इससे पहले जब विधानसभा में उनका बिक्रम मजीठिया के साथ विवाद हुआ था, तब भी उन्होंने एक रैप बनाया था। इसमें उनके साथ जालंधर के निकट गांव उदोवाल के रॉकी सिंह भी थे। रॉकी सिंह पहले भी कई नेताओं के लिए रैप बना चुके हैं। इसकी शुरुआत उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से की थी। ‘कैप्टन दी सोच ते, पहरा देआंगे ठोक के’ उनका काफी प्रसिद्ध गाना है।

रॉकी ने जागरण से बातचीत में कहा कि यह कहना गलत है कि हम सिद्धू के कहने पर गाने गा रहे हैं। हम तो आज तक सिद्धू से एक बार भी नहीं मिले। मैं और हिम्मत तो केवल सिद्धू के फैन हैं इसलिए उनके लिए गाने गा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कैप्टन की सरकार बनने से पहले उन्होंने अकालियों के खिलाफ भी एक रैप तैयार किया था। शाहकोट उपचुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी लाडी शेरोवालिया के लिए भी गाना गाया। कोई कुछ भी कहे लेकिन एंटरटेनमेंट की दुनिया में भी आजकल सिद्धू और कैप्टन का विवाद गूंज रहा है।

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