पंजाब सरकार को UPSC ने भेजे तीन नाम, मुस्तफा हो सकते हैैं पंजाब के नए DGP

राज्यों में डीजीपी पद पर तैनाती के नए नियमों के तहत यूपीएससी ने सोमवार को पंजाब सरकार द्वारा नए डीजीपी की नियुक्ति के लिए भेजे पैनल में से तीन अफसरों के नाम चुन लिए हैं। आईपीएस सामंत गोयल, मोहम्मद मुस्तफा और दिनकर गुप्ता में से किसी एक अधिकारी को पंजाब पुलिस के डीजीपी का ओहदा सौंपा जाएगा।पंजाब सरकार को UPSC ने भेजे तीन नाम, मुस्तफा हो सकते हैैं पंजाब के नए DGP

सोमवार को नई दिल्ली में करीब डेढ़ घंटा देरी से शुरु हुई यूपीएससी की बैठक करीब साढ़े तीन घंटे चली। बैठक के दौरान पंजाब के मुख्य सचिव करण अवतार सिंह और मौजूदा डीजीपी सुरेश अरोड़ा भी उपस्थित रहे। बैठक में राज्य सरकार द्वारा भेजे पैनल में शामिल सभी अधिकारियों के पूर्व कार्यकाल की समीक्षा के साथ-साथ डीजीपी नियुक्ति के लिए तय नए नियमों के आधार पर विचार विमर्श किया गया। 

आखिरकार तीन अफसरों के नामों पर सहमति बनी। डीजीपी नियुक्ति की अगली प्रक्रिया के तहत चुने गए तीनों नाम अब पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास भेजे जाएंगे, जिनमें से मुख्यमंत्री किसी एक नाम पर फैसला लेंगे। उल्लेखनीय है कि डीजीपी की नियुक्ति के लिए तय नियमों में यह शर्त भी है कि इस पद पर उसी अधिकारी को नियुक्त किया जाएगा, जिसके रिटायरमेंट में कम से कम दो साल का समय बाकी हो।

राज्य सरकार की ओर से जिन अधिकारियों के नामों का पैनल भेजा गया था, उनमें डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा की रिटायरमेंट 28 फरवरी 2021 को, डीजीपी दिनकर गुप्ता की रिटायरमेंट 31 मार्च 2024 को, डीजीपी संजीव चट्टोपाध्याय की 31 मार्च 2022 को, डीजीपी एमके तिवारी की 28 फरवरी 2022 को और सीएसआर रेड्डी की 31 दिसंबर 2020 को होगी। यूपीएससी द्वारा सुझाए गए 1984 बैच के आईपीएस सामंत गोयल 31 मई 2020 को रिटायर होंगे। फिलहाल वे केंद्र सरकार में डेपुटेशन पर कार्यरत हैं।

तीनों अफसरों में दिनकर गुप्ता के चांस ज्यादा

यूपीएससी द्वारा तीन नाम सुझाए जाने के बाद यह चर्चा शुरू होना लाजिमी है कि तीनों अधिकारियों में से कौन अगला डीजीपी होगा। इस मामले में 1987 बैच के पंजाब के मौजूदा डीजीपी इंटेलिजेंस दिनकर गुप्ता का नाम सबसे आगे है। उन्हें प्रदेश में कई आतंकी मॉड्यूल और टारगेट किलिंग के मामले सुलझाने के लिए जाना जाता है। वहीं सूबे में नशे के विरुद्ध गठित स्पेशल टास्क फोर्स के प्रमुख मोहम्मद मुस्तफा का रिकार्ड भी अच्छा है लेकिन प्रदेश में उनकी पत्नी मंत्री हैं। 

अगर सरकार उन्हें डीजीपी नियुक्त करती है तो आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान ही उन्हें सक्रिय ड्यूटी से अलग रखना सरकार की मजबूरी होगी। जहां तक सामंत गोयल का प्रश्न है, वे इस समय देश की प्रमुख खुफिया एजेंसी रॉ में दूसरे नंबर के अधिकारी हैं और रॉ के चीफ बनने की दौड़ में भी हैं। हालांकि सीबीआई के निदेशक पद से हटाए गए आलोक वर्मा ने रिश्वतखोरी के मामले में सामंत गोयल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई हुई है।

सीबीआई के विवाद में उलझे हैं सामंत गोयल 
सामंत गोयल दुबई में रॉ के प्रमुख रह चुके हैं। इन दिनों रॉ में मौजूदा प्रमुख अनिल धसमाना के बाद दूसरे नंबर के अधिकारी हैं। वे धसमाना के इस साल दिसंबर में रिटायर होने पर एजेंसी के प्रमुख बनने की दौड़ में हैं। सीबीआई के पूर्व निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के बीच छिड़ी जंग में सामंत गोयल का नाम भी सामने आया था। वैसे आलोक वर्मा ने रिश्वत मामले की एफआईआर में सामंत गोयल का नाम तो दर्ज कराया लेकिन आरोपी के रूप में नहीं।

सुरेश अरोड़ा को केंद्र ने दिया है एक साल का एक्सटेंशन

पंजाब के मौजूदा डीजीपी सुरेश अरोड़ा पिछले साल 30 सितंबर को रिटायर होने वाले थे लेकिन केंद्र द्वारा डीजीपी नियुक्ति को लेकर बनाए गए नए नियमों के खिलाफ पंजाब सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। इसके अलावा अगले डीजीपी की नियुक्ति तक सुरेश अरोड़ा को तीन माह का एक्सटेंशन दिए जाने की केंद्र से मांग भी कर दी। 

31 दिसंबर तक चूंकि पंजाब सरकार की याचिका पर फैसला नहीं हो सका था, इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने सुरेश अरोड़ा का एक्सटेंशन एक माह के लिए और बढ़ा दिया। लेकिन इससे पहले कि 31 जनवरी को डीजीपी अरोड़ा सेवामुक्त होते केंद्र ने अपनी तरफ से उन्हें एक साल तक एक्सटेंशन देते हुए इस वर्ष सितंबर तक पद पर बने रहने का फैसला दे दिया। 

पंजाब सरकार की सिफारिश के बिना केंद्र द्वारा डीजीपी को दिया एक्सटेंशन राज्य सरकार को अखर गया और मुख्यमंत्री ने नए डीजीपी के लिए तुरंत पैनल बनाने के आदेश जारी कर दिए। दूसरी ओर, डीजीपी अरोड़ा ने भी राज्य सरकार को पत्र सौंपकर आग्रह किया कि जल्द नए डीजीपी का चयन करके उन्हें सेवामुक्त कर दिया जाए।

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