पंजाब: टास्क पूरा कर फंदे से झूला स्टूडेंट, कॉपी में बना रखे थे सुसाइड करने के तरीके

पंचकूला.ब्लू व्हेल गेम ने पंचकूला में पहली जान ले ली है। सेक्टर-4 में रहने वाले 16 साल के करण ठाकुर ने शनिवार को फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। सोमवार को घरवालों ने उसकी कॉपी देखी तो पता चला कि वह ब्लू व्हेल गेम का एडिक्ट था। इससे पहले तक घरवाले और पुलिस भी इसे सुसाइड मान रहे थे। हालांकि उसने मां को एक बार बताया था कि वह किसी गेम का एडिक्ट हो गया है। करण ने कॉपी में कई स्केच बनाए हैं और सभी में सुसाइड करने के अलग-अलग तरीके दिखाए हुए हैं। 
पंजाब: टास्क पूरा कर फंदे से झूला स्टूडेंट, कॉपी में बना रखे थे सुसाइड करने के तरीके

नोटबुक चेक की तो सामने आई सच्चाई…

– करण चंडीगढ़ के डीएवी स्कूल में 10वीं का स्टूडेंट था। वह पढ़ने में तेज था और क्रिकेट टूर्नामेंट्स में भी हिस्सा लेता था।
– उसके पिता देवेंद्र ठाकुर स्टॉक मार्केट का काम करते हैं, मां हाउसवाइफ हैं। मामा ने सोमवार सुबह उसकी नोटबुक चेक की।
– इसमें पांच अलग-अलग स्केच बने हुए थे। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। घरवालों ने करण की आंखें डोनेट कर दी हैं।

एक माह पहले बाजू पर मारा था कट

– करण ने एक माह पहले ही अपने हाथ पर कट मारा था। इसके निशान कॉपी पर मिले हैं, ये टास्क का हिस्सा था।
– इस निशान को छिपाने के लिए वह हाथ पर बैंड पहनने लगा था।
– एक बार यही टास्क मिलने पर उसने पेंट लगाकर बचने की कोशिश की, लेकिन उसे गेम वालों ने पकड़ लिया था।
– ये बात करण ने अपने दूर के भाई अगम को बताई थी।

खुद बोला- मम्मी गेम का एडिक्ट हो गया हूं, डॉक्टर के पास ले चलो

– कुछ दिन पहले उसने मां को बताया था कि वह एक गेम का एडिक्ट हो गया है, डॉक्टर के पास ले चलो।
– पिता उसे सेक्टर-6 स्थित जनरल हॉस्पिटल में साइकाइट्रिस्ट के पास ले गए।
– यहां उन्होंने कार्ड बनवाया तो करण की पीठ दर्द के डॉक्टर के केबिन का नंबर तो डल गया, लेकिन साइकाइट्रिस्ट का नहीं।
– दोबारा कार्ड बनवाने के लिए लाइन में लगने की बात आई तो करण ने कहा, अभी कमर दर्द की दवा ले लेते हैं, दोबारा आएंगे तो साइकाइट्रिस्ट से मिल लेंगे।
Back to top button