पंचायत चुनाव से पहले योगी सरकार का चौथा बजट, किसानों के लिए खोलेंगे खजाना?

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का चौथा बजट सूबे के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना विधानसभा में पेश करेंगे. इस बजट के 5 लाख करोड़ रुपये के आसपास होने का अनुमान है. इस साल आखिर में सूबे के पंचायत चुनाव होने हैं, जिसके तहत योगी सरकार बजट के जरिए गांवों और किसानों के लिए सरकारी खजाना खोल सकती है. इसके अलावा सूबे के अयोध्या और मथुरा जैसे धार्मिक शहरों के विकास के लिए बजट में प्रावधान किए जा सकते हैं.

योगी सरकार अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही है और चौथा बजट है. इसके तहत राज्य सरकार के वित्त मंत्री युवाओं पर फोकस किया जा सकता है. गोवंश संरक्षण केंद्रों का बजट भी बढ़ाए जाने की उम्मीद है. इसके अलावा  इन्फ्रास्ट्रक्चर के विस्तार, बेटियों के प्रोत्साहन और अयोध्या, मथुरा, वाराणसी के विकास और धार्मिक-सांस्कृतिक एजेंडे को पूरा महत्व मिलने की संभावना है.

किसानों-गांव पर फोकस

उत्तर प्रदेश में अक्टूबर-नवंबर में पंचायत चुनाव होने हैं. बीजेपी सूबे में पहली बार पंचायत चुनाव अपने सिंबल पर लड़ेगी. ऐसे में माना जा रहा है कि योगी सरकार बजट के जरिए सामाजिक समीकरण साधने के लिए सरकार जाति-समाज पर केंद्रित कुछेक योजनाओं का एलान भी कर सकती है. सरकार ने पहले बजट में कृषि ऋणमाफी का एलान किया था, जिसके तहत पिछले तीन बजट में लगातार पात्र किसानों का ऋण माफ करने के लिए बजट दिया गया.

यह भी पढ़ें: फिर लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर बड़ा हादसा, 6 की मौत

योगी सरकार का दावा है कि अब 45.20 लाख किसानों का ऋण माफ कर 25,215 करोड़ रुपये से अधिक भुगतान कर चुकी है. हालांकि अभी भी पात्र किसानों की ऋणमाफी की कार्यवाही चल रही है. नए बजट में इस मद में भले बड़े आवंटन न करें, लेकिन सरकार किसानों के गन्ना भुगतान और गांव के विकास के लिए पिटारा खोल सकती है. उत्तर प्रदेश सरकार हर घर में पेयजल से पानी पहुंचाने गांव में आवास उपलब्ध कराने ओडीएफ और हर घर जल व्यवस्था पर सरकार का हो सकता है.

उत्तर प्रदेश सरकार के इस बजट में किसानों की खेती की लागत कम करने के लिए कई घोषणाएं संभव हैं. करीब दो लाख किसानों के ट्यूबवेल के सौर ऊर्जाकरण का एलान हो सकता है. गंगा नदी के किनारे जीरो बजट की प्राकृतिक खेती के लिए भी नई योजना आ सकती है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों गंगा यात्रा के दौरान इसका एलान किया था. निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए पशु आश्रय स्थलों के निर्माण के लिए भी बजट मिलना तय है.

धार्मिक स्थलों को मिलेगी तरजीह

अयोध्या, मथुरा और काशी के साथ यूपी के अन्य धार्मिक स्थलों को भी बजट में तरजीह मिलने की संभावना है. अयोध्या में श्रीराम की विशालतम प्रतिमा की स्थापना और क्षेत्र के विकास के लिए बजट मुहैया कराया जा सकता है. वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए और मथुरा में ब्रज परिक्रमा पथ निर्माण के लिए बजट दिया जा सकता है.

एक्सप्रेस-वे के लिए बजट

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे सहित सभी पांच एक्सप्रेस-वे के काम को तय रणनीति के तहत आगे बढ़ाने और पूरा करने के लिए बजट मिलना तय है. जेवर व अयोध्या के अलावा कई नए एयरपोर्ट व और पूर्व से चल रहे मेट्रो प्रोजेक्ट के अलावा गोरखपुर व वाराणसी में मोनो रेल का एलान हो सकता है.  लोक निर्माण विभाग को सड़क व पुल निर्माण व ऊर्जा विभाग को चल रहे प्रोजेक्ट आगे बढ़ाने व ऋण अदायगी के लिए पूर्व की तरह आवंटन मिलने की संभावना है.

युवाओं और पर्यटन पर जोर

योगी सरकार के चौथे बजट में नए मेडिकल कॉलेज, नए विश्वविद्यालय, डिग्री कॉलेज खोलने की दिशा में घोषणा की जा सकती है. योगी सरकार अपनी महत्वाकांक्षी इंटर्नशिप योजना लागू कर सकती है जिसमें बेरोजगारों के लिए सीधा कैश ट्रांसफर होगा, कर्नाटक की तर्ज पर प्लेसमेंट हब बनाने की भी घोषणा हो सकती है.

Back to top button