नौकरी जाने के साथ चुनावी ड्यूटी के डर से मरा शिक्षामित्र


हलधरमऊ शिक्षा क्षेत्र के नहवा परसौरा गांव निवासी शिवनरेश पांडेय अपने ही गांव के प्राथमिक विद्यालय द्वितीय में बतौर शिक्षामित्र तैनात रहा। बीते अगस्त माह में शिवनरेश का सहायक अध्यापक पद पर समायोजन हुआ था।
समायोजन के बाद उसकी तैनाती बभनजोत ब्लॉक क्षेत्र में की गई थी। उच्च न्यायालय द्वारा समायोजन निरस्त होने से शिवनरेश मानसिक रूप से परेशान रहता था। शिवनरेश पांडेय अपने परिवार में इकलौता कमाने वाला व्यक्ति था। शिवनरेश पांडेय की पत्नी गीता देवी ने बताया कि समायोजन निरस्त होने से बहुत आहत थे।
इसके बाद अभी जल्दी ही पंचायत चुनाव ड्यूटी से भी हटाने के आदेश से बहुत दुखी थे। आहत शिक्षामित्र शिवनरेश पांडेय दिन रात परिवार चलाने की चिंता को लेकर परेशान था। बुधवार की सबुह साढ़े पांच बजे गांव में ही उसे हार्ट अटैक हुआ।
दोनों अधिकारियों के पहुंचने पर शिक्षामित्र आक्रोश जताते हुए साथी की मौत का जिम्मेदार बीएसए को बताते हुए रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग करने लगे। शिक्षामित्रों के आक्रोश को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल बुलाना पड़ा। बाद में शिक्षामित्र संघ के नेताओं ने मामले को शांत कराया तथा शव का पोस्टमार्टम न कराकर अंतिम संस्कार के लिए भेजवाया।
बीएसए डॉ. फतेह बहादुर सिंह ने कहा कि शिक्षामित्र की हार्ट अटैक होने की सूचना मिली है जो दुखद है। एसडीएम वीके सिंह ने बताया कि शिक्षामित्र की मौत की सूचना पर मौके पर तहसीलदार को भेजा गया था, उन्होंने जांच की।
जांच रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को भेजा जाऐगा। कोतवाल बृजकिशोर यादव ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस बल मौके पर भेजा गया था। मगर शिक्षामित्र के परिवारीजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया। शांति व्यवस्था के लिए गांव में सिपाही तैनात कर दिए गए हैं।