नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण है हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश उत्तर-पश्चिमी भारत में स्थित एक राज्य है, जो उत्तर में जम्मू कश्मीर, पश्चिम तथा दक्षिण-पश्चिम में पंजाब, दक्षिण में हरियाणा व उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में उत्तराखण्ड तथा पूर्व में तिब्बत से घिरा हुआ है.

नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण है हिमाचल प्रदेश

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हिमाचल प्रदेश का शाब्दिक अर्थ होता है बर्फ़ीले पहाड़ों का प्रांत है. इसे देव भूमि भी कहा जाता है.

हिमाचल प्रदेश हिमालय पर्वत की शिवालिक श्रेणी का हिस्सा है. शिवालिक पर्वत श्रेणी से ही घग्गर नदी निकलती है. राज्य की अन्य प्रमुख नदियों में सतलुज और व्यास शामिल है.

कृषि हिमाचल प्रदेश का प्रमुख व्‍यवसाय है. यह राज्‍य की अर्थव्‍यवस्‍था में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाती है. यह 69 प्रतिशत कामकाजी आबादी को सीधे रोजगार मुहैया कराती है.

प्रकृति ने हिमाचल प्रदेश को व्‍यापक कृषि जलवायु परिस्थितियां दी हैं, जिसकी वजह से तरह-तरह के फल उगाने में सहायता मिली है. बागवानी के अंतर्गत आने वाले प्रमुख फल हैं-सेब, नाशपाती, आडू, बेर, खुमानी, गुठली वाले फल, नींबू प्रजाति के फल, आम, लीची, अमरूद और झरबेरी आदि.

पर्यटनगर्म पानी के स्रोत, ऐतिहासिक दुर्ग, प्राकृतिक और मानव निर्मित झीलें पर्यटकों के लिए असीम सुख और आनंद का स्रोत हैं.

चंबा घाटीचंबा घाटी 915 मीटर की ऊंचाई पर रावी नदी के दाएं किनारे पर है. शिमला हिमाचल प्रदेश की राजधानी हे और राज्‍य का सबसे महत्‍वपूर्ण पर्यटन केन्‍द्र है. यहां का नाम देवी श्‍यामला के नाम पर रखा गया है, जो काली का अवतार है.

डलहौज़ीपर्वतीय स्‍थान डलहौज़ी पश्चिमी हिमाचल प्रदेश में स्थित है. यहां राजशाही युग का वैभव बिखरा पड़ा है. डलहौज़ी में काठ लोग, पात्रे, तेहरा, बकरोटा और बलूम नामक 5 पहाडियां हैं. इसके आसपास विविध प्रकार की वनस्‍पति-पाइन, देवदार, ओक और फूलों से भरे हुए रोडो डेंड्रॉन पाए जाते हैं.

धर्मशालाधर्मशाला अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है.  यहां पाइन के ऊंचे पेड़, चाय के बागान और इमारती लकड़ी पैदा करने वाले बड़े वृक्ष बड़ी संख्‍या में  दिखाई देते हैं.

कुल्‍लूकुल्लू घाटी को पहले कुलंथपीठ कहा जाता था. कुल्‍लू घाटी भारत में देवताओं की घाटी रही है.

मनालीमनाली कुल्‍लू से उत्तर दिशा में केवल 40 किलोमीटर की दूरी पर लेह की ओर जाने वाले राष्‍ट्रीय राजमार्ग पर घाटी के सिरे के पास स्थित है. लाहुल-स्‍पीति, बारा भंगल (कांगड़ा) और जनस्‍कर पर्वत श्रृंखला पर चढ़ाई करने वालों के लिए यह एक मनपसंद स्‍थान है.

परिवहनहिमाचल प्रदेश में सड़क मार्ग ही यातायात का मुख्य माध्यम है. मानसून और ठंड के मौसम में भूस्खलन और अन्य वजहों से यह काफी बाधित होता है.

 
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