नए FDI नियमों से फ्लिपकार्ट और अमेजन की सेल्स में आई गिरावट

ई-कॉमर्स सेक्टर के लिए नए विदेशी निवेश नियमों के अमल में आने के तीन दिन के भीतर ही ऑनलाइन मार्केट की दिग्गज कंपनियों को बड़ा झटका लगा है। इन कंपनियों के प्लेटफॉर्म पर बिक्री के लिए उपलब्ध काफी सारे उत्पाद हटा लिए गए हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से यह जानकारी सामने आई है।
नई नीतियों के नियमों ने उन ईकॉमर्स मार्केट प्लेस को बड़ा झटका दिया है, जिनमें विदेशी निवेशकों का पैसा लगा हुआ है। फिलहाल ये कंपनियां डैमेज कंट्रोल मोड में आ चुकी हैं क्योंकि ये अब उन वेंडर्स के सामान की बिक्री नहीं कर सकती हैं, जिनमें उनकी इक्विटी हिस्सेदारी है और उनके साथ व्यापारिक साझेदारी है।
शुक्रवार से ही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर से उन उत्पादों को हटाना शुरू कर दिया है जो कि या तो उनके साथ ज्वाइंट वेंचर में हैं या फिर वो उनके प्रिफर्ड सेलर हैं। साथ ही इन कंपनियों ने कैप्ड इंवेंटरी को हटा लिया है। वहीं कीमतों में इजाफे के साथ ही डिलीवरी टाइम में भी इजाफा कर दिया गया। साथ ही कंपनियों की सेल्स में 25 से 35 फीसद की गिरावट देखने को मिली है।
अमेजन को लगा बड़ा झटका: नए नियमों से अमेजन को सबसे बड़ा झटका लगा है। उसने अपनी अमेजन पैंट्री सेवा को बंद कर दिया है। इस सेवा के बंद होते ही काफी सारे ग्राहक परेशान हो गए हैं और वो इस सेवा की बहाली की उम्मीद कर रहे हैं। अमेजन एप के ट्विटर हैंडल से यह जानकारी दी गई है कि अमेजन पैंट्री की सेवा फिलहाल के लिए भारत में बंद कर दी गई है।
गौरतलब है कि नए बदलावों के मुताबिक अब ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म उन कंपनियों के प्रॉडक्ट नहीं बेच पाएंगे, जिनमें उनकी हिस्सेदारी है। इसके अलावा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर अब किसी प्रॉडक्ट विशेष की एक्सक्लूसिव सेल भी नहीं होगी।

Back to top button