धौनी ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह में आम लोगों के साथ मनाया स्वतंत्रता दिवस…

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और सेना की 106 टीए बटालियन पैरा के लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र सिंह धौनी ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह में आम लोगों के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया। धौनी बुधवार को लद्दाख पहुंचे थे, जहां सैन्य कर्मियों ने उनका जोरदार स्वागत किया था। वह लेह में सैन्य अस्पताल भी गए थे, जहां उन्होंने उपचाराधीन सैनिकों से बातचीत कर उनका उत्साह बढ़ाया।

स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने लेह में आम लोगों के साथ तिरंगा फहराकर राष्ट्रीय पर्व मनाया। इस दौरान उन्होंने लोगों से भी बातचीत की। इससे पहले उन्होंने कश्मीर में बने तनाव के बीच बेखौफ अवंतीपोर में विक्टर फोर्स मुख्यालय में दूसरे सैन्याधिकारियों की तरह गार्ड और पोस्ट ड्यूटी निभाई। वहां के हालात की परवाह किए बिना वह अवंतीपोर हाइवे पर अपने साथी सैन्यकर्मियों के साथ गश्त करते और आम लोगों के बीच जाकर उनसे बातचीत भी करते।

यह देख यह स्पष्ट होता था कि धौनी वहां पब्लिसिटी के लिए नहीं बल्कि देश सेवा की भावना से ही गए थे। अपनी बटालियन में बिताए गए 15 दिनों में धौनी ने आम सैनिक की तरह ड्यूटी निभाई।

लद्दाख में लोगों से अपने अनुभव सांझा करते हुए धौनी ने बताया कि इस दौरान उन्होंने सैन्याधिकारी के रुप में अपनी नयी जिंदगी का पूरा मजा लिया। सैन्याधिकारियों व जवानों के साथ वह पीटी करते, वॉलीबाल खेलते, जहां तक की अपने सभी निजी कार्य भी वह खुद करते। जहां तक की अपने जूते भी वह खुद ही पाॅलिश करते। अपने अधीनस्थ अधिकारियों और जवानों की हाजिरी लेने साथ उनके लिए काम भी आवंटित करते। यही नहीं ड्यूटी पूरी होने पर वह अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अपने दिन के कामकाज की रिपोर्ट भी दे रहे थे।

सनद रहे कि भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी सेना की 106 टीए बटालियन पैरा के मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। उन्हें यह रैंक 2011 में प्रदान किया गया था। सेना में डयूटी से पूर्व उन्होंने पैराछूट ट्रेनिंग जंप व अन्य प्रशिक्षण भी प्राप्त किए हैं। उन्होंने विश्वकप के दौरान ही क्रिकेट से कुछ समय तक आराम लेने और कश्मीर में स्थित अपनी रेजिमेंट में अपनी सेवाएं देने की इच्छा जताई थी। रक्षा मंत्रालय ने उनकी इस इच्छा को स्वीकारते हुए उन्हें दक्षिण कश्मीर में तैनात 106 टीए बटालियन में डयूटी पर रिपोर्ट करने की अनुमति दी थी। उन्होंने 2 अगस्त को श्रीनगर पहुंच औपचारिक रुप से अपनी डयूटी को संभाला था। लद्दाख में स्वतंत्रता दिवस मनाने के बाद धौनी बटालियन के अधिकारियों से स्वीकृति लेकर वापस घर लौट गए।

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