धारा 370 के बाद कश्मीर में हई आतंकी घटनाये घुसपैठ की कोशिशें हई तेज़

5 अगस्त को संविधान के अनुच्छेद 370 को प्रभावी रूप से समाप्त करने के बाद से अब तक जम्मू और कश्मीर में 88 आतंकवादी घटनाएं दर्ज की गई हैं। इस बात की जानकारी गृह मंत्रालय ने मंगलवार को संसद में सांझा किया।

यह आंकड़े 115 दिन की अवधि के है जिसमे आतंकी घटनाओं में 17 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है जो कि इससे पहले अप्रैल 12 से अगस्त 4 के बीच 115 दिनों में 106 आतंकी घटनाये हुई थी।

गृह मंत्रालय के आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश 5 अगस्त से बढ़कर 84 हो गई है, जबकि पूर्ववर्ती समय सीमा में यह संख्या 53 थी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घुसपैठ की सफल कोशिशें 59 से घटकर 32 हो गई हैं।

राज्य में विशेष रूप से घाटी में लगाए गए प्रतिबंधों में मुस्लिम बहुल क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती, सीमांत क्षेत्र में कर्फ्यू लगाना, सभी प्रकार के दूरसंचार बंद करना और सभी की गिरफ्तारी शामिल है हालांकि तब से कुछ प्रतिबंध हटा दिए गए हैं मगर इंटरनेट और प्रीपेड मोबाइल सेवाएं अभी भी घाटी में अवरुद्ध हैं और अधिकांश राजनीतिक नेता अभी भी हिरासत में हैं।

वही सरकार ने लंबे समय तक सुरक्षा सख्तियों को सही ठहराया है और इसका आधार बताते हुए कहा की सीमा पार आतंकवाद और अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए यह आवश्यक था।

सरकार ने कहा कि सुरक्षा बलों ने घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ ठोस प्रयास किए और कॉर्डन व तलाशी अभियान सहित कई कदमो की बदौलत “वर्ष 2019 में” 157 आतंकवादिय मार गिराए गये।

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