देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों ने किया ज्ञान-विज्ञान का जोरदार प्रदर्शन

अन्तर्राष्ट्रीय कम्प्यूटर ओलम्पियाड ‘कोफास-2018’ का दूसरा दिन

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, राजेन्द्र नगर (तृतीय कैम्पस) द्वारा आयोजित चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कम्प्यूटर ओलम्पियाड ‘कोफास-2018’ के दूसरे दिन आज जार्डन, नेपाल एवं देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे 700 से अधिक बाल वैज्ञानिकों ने विभिन्न रोचक व ज्ञानवर्धक प्रतियोगिताओं में न सिर्फ अपने ज्ञान-विज्ञान का लोहा मनवाया अपितु एक-दूसरे के साथ अपने विचारों को भी साझा करते हुए विभिन्न देशों की संस्कृति व सभ्यता से भी रूबरू हुए। इस अन्तर्राष्ट्रीय कम्प्यूटर ओलम्पियाड के दूसरे दिन आज देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों ने वाद-विवाद, कम्प्यूटर विजार्ड, साफ्टेक, एप्टीट्यूट टेस्ट, एडवरटीजमेन्ट एवं गणित आदि प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपने ज्ञान का अभूतपूर्व प्रदर्शन कर दर्शकों के साथ ही साथ निर्णायकों को भी आश्चर्यचकित कर दिया।

प्रतियोगिताओं का सिलसिला आज सर्वप्रथम जूनियर वर्ग की कॉन्फैबुलर (वाद-विवाद) प्रतियोगिता से प्रारम्भ हुआ, जिसका विषय था ‘स्क्रीन टाइम इज अबाउट मोर दैन सेटिंग लिमिट्स’। इस प्रतियोगिता में देश-विदेश की 25 छात्र टीमों ने अपने ज्ञान व रचनात्मक सोच का आलोक बिखेरा और अपने सारगर्भित विचारों से सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। प्रत्येक टीम से एक छात्र को 3 मिनट के समय में विषय के पक्ष अथवा विपक्ष में अपने विचार रखने थे। विषय के पक्ष में बोलते हुए आर्मी पब्लिक स्कूल, हिसार के कीरत ने कहा कि बिल गेट्स, मार्क जुकरबर्ग एवं महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिन्स, सभी की सफलता में कम्प्यूटर का ही हाथ है। सिर्फ इस पर ध्यान देना आवश्यक है कि बच्चा क्या देख रहा है। विषय के विपक्ष में अपनी बात रखते हुए सनबीम स्कूल, भगवानपुर, वाराणसी के आदित्य ने कहा कि क्या हम सचमुच विकसित हो रहे हैं? हमारा स्वास्थ्य व मानसिक स्थिति प्रभावित हो रही है। मैं मानवता का समर्थक हूँ और मानता हूँ कि मानवता के मूलभूत आधार की कीमत पर प्राप्त किया गया विकास मान्य नहीं है। ज्ञान हेतु किताबें इससे अच्छा विकल्प है। इसी प्रकार कई अन्य छात्रों ने अपने तर्कपूर्ण विचारों से उपस्थित दर्शकों का दिल जीत लिया।

प्रातःकालीन सत्र में आयोजित कम्प्यूटर विजर्ड प्रतियोगिता में सीनियर वर्ग की 33 टीमों ने प्रतिभाग किया और कम्प्यूटर प्रोगामिंग के सिद्धान्तों पर कार्य किया। प्रतियोगिता के अन्तर्गत प्रतिभागी छात्रों ने सी$$, जावा आदि कम्प्यूटर भाषाओं में अपनी महारत का प्रदर्शन करने के साथ ही बुद्धि परीक्षण, विश्लेषण क्षमता और तार्किक क्षमता का जोरदार प्रदर्शन किया। इसी प्रकार सॉफ्टेक प्रतियोगिता में छात्रों ने कम्प्यूटर पर एक सॉफ्टवेयर तैयार किया। प्रतियोगिता का विषय था ‘लाइब्रेरी इन्फार्मेशन सिस्टम’। इसमें देश-विदेश के 30 सीनियर छात्र टीमों ने हिस्सा लिया और प्रत्येक टीम में दो प्रतिभागी छात्र थे। अपने प्रोजेक्ट को आकर्षक बनाने हेतु छात्रों ने इसमें ग्राफिक, ध्वनि, संगीत इत्यादि का भी जमकर प्रयोग किया और कलात्मक व रचनात्मक क्षमता का भरपूर प्रदर्शन किया।

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