देश में स्वाइन फ्लू से कुल 2165 मौतें, 239 मौतों के साथ राजस्थान तीसरे नंबर पर

जयपुर। प्रदेश में डेंगू, चिकनगुनिया, स्वाइन फलू व स्क्रब टाइफस थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार डेंगू, चिकनगुनिया व स्वाइन फ्लू के बढ़ रहे मामलों से राजस्थान देश के पांच राज्यों में शामिल हो गया है। देशभर में स्वाइन फ्लू के 38 हजार पॉजिटिव में से 2 हजार 165 लोग मौत के मुंह में चले गए। अकेले राजस्थान में स्वाइन फ्लू के 3 हजार 140 में से 239 की मौत होने के बाद भी चिकित्सा विभाग नहीं जागा। आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो देशभर में होने वाली मौतों में 10 फीसदी से ज्यादा राजस्थान में हुई हैं। जानिए और इस बारे में ….देश में स्वाइन फ्लू से कुल 2165 मौतें, 239 मौतों के साथ राजस्थान तीसरे नंबर पर

– चिकित्सा विभाग की ओर से मच्छर जनित मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया के लिए पहले से फोगिंग, एंटीलार्वा, स्प्रे जैसी उपायों से काबू पाया जा सकता था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, केरल, तमिलनाडु, ओडीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड के प्रमुख शासन सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) व निदेशक को मौसमी बीमारियों के इंतजाम कर बीमारी पर नियंत्रण करने के लिए पहले ही पत्र लिख दिया था।

– स्वाइन फ्लू से महाराष्ट्र (6140 पॉजिटिव में से 740), गुजरात (7690 पॉजिटिव में से 431 की मौत ), राजस्थान (3140 पॉजिटिव में से 239 की मौत) तथा चिकनगुनिया के कर्नाटक (26054), महाराष्ट्र ( 4727), पंजाब ( 2472), मध्यप्रदेश (1642), राजस्थान ( 1297) में केसेज मिले हैं।

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किससे कौनसी बीमारी

मलेरिया: मादा एनोफिलिज
डेंगू: एडीज एजिप्टाई
चिकनगुनिया: एडीज एजिप्टाई
स्वाइन फ्लू : मिशिगन वायरस
स्क्रब टाइफस : ओंरेंशिया सुसुगेमोसी बेक्टीरिया

किस राज्य में कौनसी बीमारी

चिकनगुनिया: कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान
डेंगू: केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, पंजाब, राजस्थान
मलेरिया: ओड़ीशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, गुजरात, राजस्थान
स्वाइन फ्लू:महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश
स्क्रब टाइफस: जम्मू-काश्मीर, पुणे, लखनऊ, कोलकात्ता , राजस्थान

डेंगू

किस साल कितने केसेज

वर्ष : केसेज: डेथ
2011: 1064: 4
2012: 1281: 8
2013: 4337: 10
2014: 1214: 7
2015: 3961: 7
2016: 5264: 16
2017: 6800: 10

चिकनगुनिया

वर्ष : केसेज
2011: 266
2012:39
2013: 21
2014:50
2015: 09
2016: 2219
2017: 1297

मलेरिया
वर्ष : केसेज

2011: 54294
2012: 45809
2013: 33139
2014: 15118
2015: 11796
2016: 12741
2017: 8900

स्वाइन फ्लू
वर्ष : पॉजिटिव: मौत

2009: 3032: 149
2010: 1709: 147
2011: 39: 18
2012: 434: 64
2013: 865: 165
2014: 65: 34
2015: 6790:450
2016: 200: 43
2017: 3140: 239
(उपयुक्त आंकड़े प्रदेश स्तर के अब तक के हैं)

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इनका कहना है…………..

– एलाइजा व कार्ड टेस्ट के पॉजिटिव मामलों को अलग-अलग करने से सही स्थिति का पता चल सकेगा। स्वाइन फ्लू, चिकनगुनिया में ज्यादा केसेज है। केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों से 23 नवंबर को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा होगी।
डॉ. रवि प्रकाश माथुर, अतिरिक्त निदेशक (ग्रामीण स्वास्थ्य)

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