देश के पांच बड़े शहरों को दहलाने की थी IS आतंकी गाजी की साजिश

चंडीगढ़ । जालंधर से पिछले सप्‍ताह गिरफ्तार किए गए इस्लामिक स्टेट (आइएस) के आतंकी गाजी बाबा उर्फ जीशान उर्फ मुजम्मिन ने पंजाब पुलिस से पूछताछ कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। गाजी ने बताया कि आइएस की उसके माध्‍यम से मुंबई समेत देश के पांच शहरों को दहलाने की साजिश थी। इनमें मुंबई, अयोध्या, बनारस, लखनऊ व मथुरा शामिल थे।देश के पांच बड़े शहरों में IS आतंकी

गाजी आतंकी गतिविधियों के बारे में सभी बातें कोड वर्ड में करता था। फेसबुक से लेकर फोन कॉल तक वह कोड वर्ड में बातचीत कर संदेशों का आदान-प्रदान करता था। गाजी ने पूछताछ में बताया कि उसने देश में पांच स्थानों पर ‘बेकरी’ लगाने का काम शुरू किया था। इसका मतलब उक्त स्थानों पर बड़े विस्फोट की साजिश से था।  विस्फोट करने के लिए मौके पर लगाए जाने वाले विस्फोटक व उसे लगाने को को कोड वर्ड में गाजी ने ‘बेकरी’ का नाम दिया था।

इसी प्रकार गाजी का ‘उस्ताद’ कोर्ड वर्ड का इस्‍तेमाल करता था। इसका मतलब विस्‍फोटक से था। इसी तरह उसने गाजी को विस्फोटक सामग्री को कहां से लाना है और उसके बाद विस्फोट के लिए बम कैसे तैयार करना है। इसके बाद बम को विस्फोट के लिए कैसे फिट करना है। इसके लिए संबंधित जगहों में कौन सी जगह सबसे ज्यादा मुनासिब होगी अादि के लिए उसे कोड वर्ड दिया गया था और वह इसी के जरिये संदेश का अादान-प्रदान करता था।

गाजी आतंकी कारवाई को अंजाम देने के लिए फेसबुक व फोन कॉल्स पर अपने साथियों को कोड वर्ड के माध्‍यम से बातचीत करता था। उत्‍तर प्रदेश पुलिस व पंजाब पुलिस की टीम की संयुक्त पूछताछ में खुलासा हुआ है कि गाजी ने फेसबुक व मोबाइल पर बातचीत में कई बार इस बात के संदेश भी दिए थे कि वह लगातार ‘कारीगरों’ की तलाश कर रहा है। उसकी फेसबुक चैट व फोन कॉल्स को सुनने के बाद लगता है कि वह बेकरी लगाने के लिए किसी उस्ताद व कारीगरों की तलाश में था।

कारीगरों कोड वर्ड से मतलब विस्फोटक सामग्री को संबंधित स्थानों पर फिट करने से था। पंजाब पुलिस की टीम गाजी से पूछताछ के लिए 23 सवालों की लिस्ट तैयार करके सोमवार को रात को यूपी के लिए निकली थी। करीब साढ़े तीन बजे पंजाब पुलिस की टीम ने गाजी से पूछताछ के बाद संबंधित अधिकारियों को अपनी मौखिक रिपोर्ट बता दी है। अभी पंजाब पुलिस की गाजी व उसके साथियों से पूछताछ जारी है।

बिजनौर के उस्ताद को फाइनल किया था गाजी ने

गाजी ने विस्फोटक बनाने के लिए उसमें इस्तेमाल होने वाली सामग्री कहां से मिलेगी और कैसे विस्फोटक तैयार करना है, इसकी ट्रेनिंग के लिए बिजनौर के एक उस्ताद को तय किया था। उसके साथ गाजी की एक मीटिंग भी हो चुकी थी। उसी ने गाजी को विस्फोटक तैयार करने में कौन-कौन सी सामग्री इस्तेमाल होनी है, उसकी जानकारी दी थी।

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इसके बाद गाजी ने जालंधर में कौन-कौन सी सामग्री आसानी के साथ उपलब्ध हो सकती है, उसकी पड़ताल शुरू की थी। गाजी को विस्फोटकों के बारे में जानकारी नहीं थी। इसके लिए उसे उस्ताद ने बिजनौर बुलाया था। जिस दिन गाजी की गिरफ्तारी पुलिस ने की उसके दो दिन बाद गाजी को  बिजनौर जाकर विस्फोटक की ट्रेनिंग लेनी थी। ट्रेनिंग लेने के बाद गाजी ने जालंधर वापस आना था।

हमारी टीम पूछताछ कर रही है। हमारी कोशिश है कि गाजी व उसके साथियों से आतंकी गतिविधियों और उन्होंने कहां-कहां तक अपना जाल फैलाया इसका सारा खुलासा करें। फिलहाल अभी पूछताछ चल रही है इसलिए कुछ कहना मुनासिब नहीं है, लेकिन रैकेट से और भी लोगों के जुड़ने की जानकारियां सामने आ रही हैं। इसके बारे में हमने पंजाब पुलिस को भी सूचित कर दिया है। उनकी टीम भी पूछताछ कर रही है।

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