दूसरी बार प्रेम करने से पहले याद रखें ये 4 बातें

प्रेम एहसासों का समुंदर होता है. इन्हीं एहसासों में डूबते-उतराते हुए प्रेमी एक अनजानी मंजिल की ओर बढ़ते हैं. जीवन की कठिन लहरों को मुस्कुराकर खेते हैं. तूफान के अंदेशे पर एक-दूसरे के गले लग जाते हैं. आह! जीवन कितना खूबसूरत होता है.दूसरी बार प्रेम करने से पहले याद रखें ये 4 बातेंकिसी खूबसूरत सपने जैसा लगता है सबकुछ. लेकिन सपने और हकीकत में शायद यही फर्क होता है.  एक दिन ऐसा भी आता है जब आपको एहसास होता है कि वो आपका था ही नहीं जिसके आप हो गए थे. सिर्फ एक इंसान की कमी आपको दुनियाभर के गमों से भर जाती है. प्रेम ऐसा ही होता है, लेकिन जिंदगी किसी के लिए नहीं रुकती है. कोई ना कोई आपको इस दुनिया में मिल ही जाता है जिससे आपको फिर से प्रेम हो जाता है.

यूं तो प्रेम में कोई टिप्स देने की कोशिश करना व्यर्थ है लेकिन फिर भी कुछ बुनियादी बातों का आप अगर ख्याल रखें तो विरह वेदना में आप थोड़ा कम तपेंगे. ये चार बातें गांठ बांध लीजिए, दोबारा प्रेम करने से पहले ध्यान रखिएगा.

1. जो बीत गया सो बीत गया. किसी की याद में आप तड़पे रोए, खाना-पीना छोड़ दिया लेकिन अब आपके जीवन में कोई और आ गया है. आपकी हरकतों का उसपर भी असर पड़ेगा इसलिए पुरानी बातों को पूरी तरह भुला दीजिए और नए साथी के साथ जीवन शुरू कीजिए. अपने नए साथी के सामने भूलकर भी पुरानी बातों का जिक्र ना करें. इससे उनके मन को चोट पहुंचती है भले ही वे ना कहें. फोटोज, वीडियोज, चैट्स मिटाकर खुद को पास्ट से पूरी तरह अलग कर दें. पूरे समर्पण के साथ अपने नए साथी को प्रेम करें. यकीन मानिए आपको बहुत अच्छा लगेगा.   

2. दूसरी बार रिश्ते में पड़ने से पहले अपने मिजाज को समझिए. पार्टनर चुनने में बिल्कुल जल्दबाजी ना करें. अगर आपको एकांत में रहना पसंद है तो ऐसे पार्टनर को चुनें जो आपके पर्सनल स्पेस को समझे. अगर आपको ऐसे लोग नहीं पसंद जो नशा करते हैं तो भी पार्टनर के चुनाव के समय इसका बात रखें. क्योंकि शुरुआत में तो सबकुछ अच्छा लगता है लेकिन समय बीतने के साथ-साथ यही छोटी चीजें बड़ी हो जाती हैं.

3. प्रेम में अटैचमेंट समझ में आता है लेकिन इतना भी क्या कि रिलेशनशिप टॉक्सिक हो जाए. इसलिए पार्टनर हावी होने वाला और 24 घंटे हुक्म चलाने वाला ना हो इसका ध्यान रखें. सुकून जरूरी है.

4. जीवन में कुछ समझौते तो करने ही पड़ते हैं लेकिन इसका ध्यान रखें कि सिर्फ आप ही समझौते नहीं कर रहे हैं. आपका पार्टनर भी अगर सपोर्टिव है तो आप उसके साथ जीवन की गाड़ी आगे बढ़ाने के बारे में सोच सकते हैं

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