दूध के धुले हैं नीतीश? MLAs की बैठक से पहले RJD, JDU की मीटिंग भी आज

  • पटना. बिहार में बुधवार को आरजेडी और जेडीयू के विधायक दलों की मीटिंग होनी है। मीटिंग्स से पहले आरजेडी ने कहा कि तेजस्वी यादव के खिलाफ कोई कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आरजेडी लीडर शिवानंद तिवारी ने लालू यादव से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा, “नीतीश क्या दूध के धुले हैं? अगर भेद खुला तो सारे गड़े मुर्दे उखड़ेंगे। हम नीतीश को 40 साल से जानते हैं।” बता दें कि रेलवे टेंडर स्कैम और बेनामी प्रॉपर्टी मामले में केस दर्ज होने पर बीजेपी लगातार तेजस्वी के इस्तीफे की मांग कर रही है। जेडीयू भी कह चुकी है कि तेजस्वी को जनता के बीच जाकर सफाई देनी चाहिए। करप्शन पर जीरो टॉलरेंस ढोंग है- शिवानंद तिवारी…
    दूध के धुले हैं नीतीश? MLAs की बैठक से पहले RJD, JDU की मीटिंग भी आज
     
    – शिवानंद ने कहा, “नीतीश का भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस एक ढोंग है।”
    – नीतीश के लोगों के बीच सफाई देने वाले बयान पर कहा- नीतीश का कोर्ट है क्या? क्या सीबीआई ने उनको आउटसोर्स किया है?
     
    JDU ने दो दिन पहले बुलाई
    – जेडीयू ने राष्ट्रपति चुनाव के बाद तेजस्वी यादव पर फैसला लेने की बात कही थी।
    – नीतीश मंगलवार को दिल्ली से वापस लौटे हैं और उन्होंने दो दिन पहले ही विधायक दल की बैठक बुलाई है। ये मीटिंग शाम 5 बजे होगी। माना जा रहा है कि मीटिंग में सरकार और तेजस्वी पर अहम फैसले लिए जा सकते हैं। बता दें कि नीतीश की राहुल के साथ भी महागठबंधन को लेकर मीटिंग हो चुकी है।
     
    तेजस्वी ने CBI के छापों पर क्या कहा था?
    – बेनामी संपत्ति मामले में सीबीआई छापों और केस दर्ज होने के बाद तेजस्वी ने 12 जुलाई को पहली बार बयान दिया था। 
    – उन्होंने कहा था, “मोदी और शाह के कहने पर मेरे खिलाफ CBI ने FIR दर्ज की है। ये कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना के चलते हुई है। जब का ये मामला है, तब मैं बच्चा था। 2004 में तो मेरी मूंछ भी नहीं आई थी। ये बीजेपी की साजिश है। मुझे बिहार की जनता ने चुना है और इन आरोपों को लेकर मैं जनता के बीच जाऊंगा।’
    तेजस्वी पर कौन-कौन से केस?
    बेनामी संपत्ति:16 मई को लालू व उनसे जुड़े लोगों के 22 ठिकानों पर IT की छापेमारी के बाद िडपार्टमेंट ने दिल्ली से पटना-दानापुर तक मीसा भारती व उनके पति शैलेश के अलावा डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियों रागिनी और चंदा यादव से जुड़ी एक दर्जन प्रॉपर्टी और जमीन को अस्थाई तौर पर जब्त किया था। 1000 करोड़ की बेनामी संपत्ति के आरोपों के घेरे में लालू के पुत्र व मंत्री तेजप्रताप यादव व अन्य परिजन भी हैं।
     
    रेलवे टेंडर स्कैम: 7 जुलाई को सुबह CBI ने आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव से जुड़े 12 ठिकानों पर छापे मारे। CBI ने बताया कि लालू, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव समेत 7 लोगों और एक कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी-आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया है। जांच एजेंसी के मुताबिक, 2006 में जब लालू रेलमंत्री थे, तब रांची और पुरी में होटलों के टेंडर जारी करने में गड़बड़ी की गई।
     
    सीबीआई की FIR में ये नाम
    1) लालू प्रसाद यादव- तब के रेल मंत्री
    2‌‌) राबड़ी देवी- लालू की पत्नी
    3) तेजस्वी प्रसाद यादव- बिहार के डिप्टी सीएम
    4) सरला गुप्ता- आरजेडी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी
    5)पीके गोयल- पूर्व आईआरसीटीसी मैनेजिंग डायरेक्टर
    6)विजय कोचर- होटल चाणक्य की मालिकाना हक वाली कंपनी के डायरेक्टर 
    7) विनय कोचर- सुजाता होटल्स कंपनी के डायरेक्टर और विजय कोचर के भाई 
    8)मेसर्स लारा प्रोजेक्ट्स- पटना में मॉल के लिए जमीन खरीदने वाली यादव फैमिली कंपनी
     
    पहले RJD की मीटिंग में क्या फैसला हुआ था?
    – लालू प्रसाद यादव के परिवार पर सीबीआई, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) की कार्रवाई के बाद इस महीने 10 जुलाई को पहली बार आरजेडी विधायक दल की मीटिंग हुई थी।
    – पार्टी के सीनियर नेता नेता अब्दुल बारी सिद्धीकी ने बताया था कि मीटिंग में तेजस्वी यादव के इस्तीफे पर चर्चा नहीं हुई। वे डिप्टी सीएम के पद से इस्तीफा नहीं देंगे। वे विधानमंडल के नेता हैं और रहेंगे।

    JDU ने तेजस्वी पर लगे आरोपों पर क्या कहा?
    – जेडीयू लीडर नीरज कुमार ने कहा था- “जिन पर (तेजस्वी और लालू परिवार) आरोप लगे हैं, वे जनता की अदालत में फैक्ट्स के साथ जवाब दें। आरोप लगा है तो जनता को पूरी जानकारी देनी चाहिए। उन्हें जनता की अदालत में जाना चाहिए। जेडीयू ने कभी करप्शन के मामले में समझौता नहीं किया है। हमने तो इसकी मिसाल पेश की है। फिर चाहे वे जीतनराम मांझी का मामला हो या अनंत सिंह का।” हालांकि, नीरज ने तेजस्वी और लालू परिवार का नाम नहीं लिया था।

     
     
     
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