दुल्हा लेकर आया कुछ इस तरह से बारात की उड़ गये दुल्हनियां समेत सभी के होश…

विवाह दो आत्माओं का पवित्र बन्धन है। दो प्राणी अपने अलग-अलग अस्तित्वों को समाप्त कर एक सम्मिलित इकाई का निर्माण करते हैं। स्त्री और पुरुष दोनों में परमात्मा ने कुछ विशेषताएँ और कुछ अपूणर्ताएँ दे रखी हैं। विवाह सम्मिलन से एक-दूसरे की अपूर्णताओं की अपनी विशेषताओं से पूर्ण करते हैं, इससे समग्र व्यक्तित्व का निर्माण होता है।

इसलिए विवाह को सामान्यतया मानव जीवन की एक आवश्यकता माना गया है। एक-दूसरे को अपनी योग्यताओं और भावनाओं का लाभ पहुँचाते हुए गाड़ी में लगे हुए दो पहियों की तरह प्रगति-पथ पर अग्रसर होते जाना विवाह का उद्देश्य है। वासना का दाम्पत्य-जीवन में अत्यन्त तुच्छ और गौण स्थान है, प्रधानतः दो आत्माओं के मिलने से उत्पन्न होने वाली उस महती शक्ति का निमार्ण करना है, जो दोनों के लौकिक एवं आध्यात्मिक जीवन के विकास में सहायक सिद्ध हो सके

हिन्दू धर्म में शादी विवाह को बहुत ही उत्साह के साथ लोग करते हैं फिर चाहे वो लड़की की शादी हो या फिर लड़के की |अनेक तरह के रीति रिवाजों के साथ शादियाँ की जाती हैं में |शादी में बारात का भी एक अपना अलग ही महत्व है जब भी किसी लड़की की शादी होती है तो लड़की और उसके घर वालों के बारात के आने का बड़ी बेसब्री से इंतज़ार रहता है और आज कल तो इस टेकनोलोजी की दुनिया में इस बारात को और भी रोमांचकारी और देखने लायक बना दिया है |इसीलिए जब भी किसी के घर शादी होती है तो बारात देखने के लिए लोग भीड़ लगा लेते हैं आज हम आपको एक ऐसी ही अनोखी शादी के बारे में बताने वाले हैं जिसमे बारातियों ने कुछ ऐसा किया जिसे देखदुल्हनियां और उसके घर वाले सभी हैरान रह गये |

दरअसल ये ये अनोखी शादी हरियाणा के मंडी आदमपुर में गांव महलसरा की ढाणियों में देखने को मिली। मौका था गांव के वयोवृद्ध किसान रामनारायण पूनिया के पोते रवि पूनिया की शादी का। गांव महलसरा का रवि कुमार अपनी दुल्हन सुमन को घोड़ा बग्गी या कार से नहीं, बल्कि हेलीकॉप्टर से घर लेकर आया| गांव का छोरा जब बारात लेकर पहुंचा तो उसे देखकर दुल्हनिया हैरान रह गई। दुल्हे का सपना तो पूरा हुआ ही, दुल्हन ने भी ऐसा सरप्राइज नहीं सोचा था।

जैसे ही हेलीकॉप्टर लैंड हुआ और दूल्हा-दुल्हन उतरे तो देखने के लिए ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा। दूल्हा रवि के दादा रामनारायण पूनिया की इच्छा थी कि पोता अपने होने वाली दुल्हन को हेलीकॉप्टर में बैठाकर ससुराल लाए। दादा की इस इच्छा को पूरा करने के लिए शादी के लिए दिल्ली से हेलीकॉप्टर की बुकिंग करवा दी।

आपको बता दे की महलसरा निवासी दूल्हा रवि पूनिया का परिवार खेतीबाड़ी से जुड़ा हुआ है। रवि के पिता आत्माराम पूनिया फरीदाबाद में असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (एसीपी) के पद पर कार्यरत हैं, जबकि मां अंगुरी देवी गृहणी है। दूल्हा रवि नोएडा की आईटी कंपनी में कार्यरत है, जबकि दुल्हन सुमन मैथ में एमएससी कर चुकी है।

बुधवार रात को गांव महलसरा निवासी दूल्हा रवि बारात लेकर अग्रोहा खंड के गांव लांधड़ी पहुंचा। यहां हंसराज राहड़ की बेटी सुमन और रवि परिणय सूत्र में बंधे। शादी के बाद वीरवार दोपहर को करीब सवा 12 बजे दुल्हन को विदाई दी गई। दोनों गांव की दूरी 15 किलोमीटर के करीब है। हेलीकॉप्टर में सवार रवि लगभग 10 मिनट में ही दुल्हन सुमन को लेकर गांव में पहुंच गया|

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