दिल्ली में दम घोंटू हवा से आज मिल सकती राहत, जताई बारिश की संभावना

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को आसमान में बादल छाए रहा और यहां का न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज  किया गया जो कि इस मौसम के हिसाब से सामान्य तापमान है. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अधिकतम तापमान 22.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि मौसम के औसत के हिसाब से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है. वातावरण में आर्द्रता का स्तर 100 से 57 फीसदी के बीच रहा.दिल्ली में दम घोंटू हवा से आज मिल सकती राहत, जताई बारिश की संभावना

मौसम कार्यालय ने रविवार को हल्की बारिश, गरज के साथ छींटे और आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है. मौसम अधिकारी ने बताया, ‘ अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 21 से नौ डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है.’

प्रदूषण से मिल सकती है राहत

वहीं, दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को हवा की धीमी गति के चलते ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई. साथ ही अधिकारियों ने अगले कुछ दिनों में बारिश होने का अनुमान जताया, ससे प्रदूषण का स्तर कम होने की संभावना है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक शहर का कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक 410 था जो ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है. सीपीसीबी ने बताया कि 22 इलाकों में हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ दर्ज की गई जबकि 13 इलाकों में यह ‘बेहद खराब’ रही. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में गाजियाबाद, नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ दर्ज की गई. 

सीपीसीबी के मुताबिक, हवा में अतिसूक्ष्म कणों पीएम 2.5 का स्तर 287 जबकि पीएम 10 का स्तर 443 दर्ज किया गया. केंद्र संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने कहा कि अगले दो दिनों में हल्की बारिश होने की संभावना है जिससे वायु गुणवत्ता सुधर सकती है. सफर ने कहा, अगर बारिश नहीं होती है तो अगले तीन दिनों में छोटे-मोटे उतार-चढ़ाव के साथ कुल वायु गुणवत्ता और खराब हो सकती है. अन्य मौसमी स्थितियां भी अनुकूल नहीं हैं. हालांकि कोहरे की स्थितियों के अब छंटने की संभावना है.’ ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने से पहले शुक्रवार को हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ रही. हवा की तेज गति की वजह से हवा कुछ साफ हुई थी और बुधवार एवं गुरुवार को वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में थी.

राजस्थान के कई इलाकों में हल्की बारिश 
कड़ाके की सर्दी के बीच राजस्थान के गंगानगर व जैसलमेर सहित कई जिलों में शनिवार को हल्की बारिश हुई. मौसम विभाग के अनुसार बीते चौबीस घंटे में शनिवार सुबह तक राज्य के विशेषकर पश्चिमी भागों में बादल गरजे और बूंदाबांदी हुई. जैसलमेर में 5.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी. गंगानगर व हनुमानगढ़ जिले में भी दिन भर बादल बने रहे.    इस बीच समूचे राजस्थान में शीतलहर जारी है और भीलवाड़ा, अलवर, जयपुर व माउंट आबू में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है.

कश्मीर में रुक-रुक कर बर्फबारी
कश्मीर में शनिवार को लगातार दूसरे दिन भी रुक-रुक कर बर्फबारी होती रही, जिसके चलते श्रीनगर हवाईअड्डे पर विमानों का परिचालन प्रभावित हुआ. हालांकि, श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात जारी रहा. यह राजमार्ग हर मौसम में जम्मू कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़े रखने वाला एकमात्र सड़क-संपर्क मार्ग है.    मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कश्मीर के अधिकतर हिस्सों में दूसरे दिन भी रुक-रुक कर बर्फबारी होती रही. उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर सहित मैदानी इलाकों में भी हल्की बर्फबारी हुई. राज्य के ऊंचाई वाले अधिकतर स्थानों पर मध्यम बर्फबारी हुई. बर्फबारी के चलते दृश्यता में कमी आयी जिसके कारण श्रीनगर हवाईअड्डे पर विमानों का परिचालन बाधित हुआ.

हवाईअड्डा अधिकारियों ने बताया, ‘लगातार बर्फबारी के कारण कम दृश्यता होने से श्रीनगर हवाईअड्डा की ओर आने और वहां से जाने वाला हवाई यातायात प्रभावित हुआ.’ उन्होंने कहा कि अब तक तीन विमानों की उड़ानों को रद्द किया जा चुका है जबकि कुछ अन्य के परिचालन में देरी हुई. यातायात नियंत्रण कक्ष में एक अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग एक ओर से यातायात के लिये खुला रहा.

मौसम विभाग ने बताया है कि शनिवार को राज्य में हल्की बारिश और अधिकतर जगहों पर बर्फबारी होने की संभावना है. उसने बताया कि रविवार को मौसम में थोड़ा सुधार होने की संभावना है. मौसम विभाग ने बताया कि श्रीनगर में शुक्रवार रात न्यूनतम तापमान शून्य से 0.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. शुक्रवार रात दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड में भी न्यूनतम तापमान शून्य से 0.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया और पास के कोकेरनाग में यह शून्य से 2.4 डिग्री सेल्सियस नीचे था. अधिकारी ने बताया कि उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा में पारा 0.2 डिग्री सेल्सियस रहा. कश्मीर में कुपवाड़ा एकमात्र ऐसा स्थान रहा जहां पारा जमाव बिंदु के ऊपर रहा, जबकि गुलमर्ग में यह शून्य से छह डिग्री सेल्सियस नीचे और पहलगाम में शून्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.

अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार रात लेह में न्यूनतम तापमान शून्य से 11.9 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जबकि द्रास में यह शून्य से 10.3 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा तथा करगिल में यह शून्य से 16.8 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा. जम्मू कश्मीर में करगिल सबसे सर्द स्थान रहा. कश्मीर इस वक्त 40 दिवसीय सबसे भीषण सर्दी ‘चिल्लई-कलां’ के दौर की गिरफ्त में है. इस दौरान लगातार और अधिकतम बर्फबारी की संभावना बढ़ जाती है और तापमान में भी गिरावट होती है. ‘चिल्लई-कलां’ की अवधि 31 जनवरी को खत्म होगी, हालांकि इसके बाद भी कश्मीर में शीतलहर जारी रहती है. 40 दिन की इस शीत अवधि के बाद 20 दिन ‘चिल्लई-खुर्द’ और 10 दिन ‘चिल्लई-बच्चा’ का दौर रहता है.

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