दिल्ली आकर भी मायावती नतीजतन सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त होने से नही रोक पाई

 Lok Sabha Result 2019ः बसपा के प्रत्याशी पूरे जोरशोर से चुनावी मैदान में उतरे थे। नामांकन के दिन रोड शो किया तो लगा कि इस बार हाथी यहां कुछ कमाल दिखाएगा। कम से कम किसी का खेल तो बिगाड़ ही सकता है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। बसपा प्रमुख मायावती ने दिल्ली आकर दस मई को जनसभा की। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जीटीबी एंक्लेव के रामलीला मैदान में उनकी सभा में भीड़ भी बहुत जुटी, लेकिन ये भीड़ किराये की ही साबित हुई और वोटों में तब्दील नहीं हो पाई।

वैसे तो बसपा ने सातों सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन नई दिल्ली और उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली के प्रत्याशियों का नामांकन रद हो गया। इसकी खीझ मायावती ने जनसभा में संगठन पर उतारी थीं। मायावती का कहना था कि संगठन की गलती के कारण हम दो सीटों पर चुनाव नहीं लड़ पाए। उन्होंने बचे हुए पांच उम्मीदवारों को जिताने की अपील की थी। इनमें उत्तर-पूर्वी दिल्ली से राजवीर सिंह, पूर्वी दिल्ली से संजय गहलोत, चांदनी चौक से शाहिद अली, दक्षिणी दिल्ली से सिद्धांत गौतम और पश्चिमी दिल्ली से सीता सरन सेन शामिल थे।

उत्तर-पूर्वी दिल्ली के प्रत्याशी राजवीर सिंह ने दावा भी किया इस बार इस सीट को वह बसपा की झोली में डालेंगे, लेकिन किसी की दाल नहीं गल सकी। बसपा को भी प्रत्याशी तीन फीसद मत भी हासिल नहीं कर पाया। पूरी दिल्ली में पार्टी को मात्र 1.08 फीसद मत प्राप्त हुए। नतीजतन सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।

बता दें कि बसपा के कुछ प्रत्याशियों ने अपने प्रचार में किसी तरह की कमी नहीं छोड़ी। टीवी, अखबार, रेडियो तक पर बसपा के प्रत्याशी राजवीर सिंह ने प्रचार किया, लेकिन उन्हें कुल 37831 मत प्राप्त हुए। जबकि पिछली बार अब्दुल समी सलमानी को 28135 मत प्राप्त हुए थे।

अन्य प्रत्याशियों की हालत राजवीर सिंह से भी खस्ता रही। पार्टी के एक नेता ने बताया कि मायावती की जनसभा पहले कहीं और होनी थी, लेकिन उन्हें बताया गया कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में पार्टी के लिए पूरा अवसर है। वह यहां जनसभा करेंगी तो पार्टी को जीत भी मिल सकती है। इसके बाद ही वह यहां के एक छोटे मैदान में जनसभा के लिए तैयार हो गईं। बताया जा रहा है कि परिणाम की गाज बसपा के कुछ नेताओं पर गिर सकती है।

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