…तो इस वजह से बढ़ रही हैं कोरोना से मौतें

प्रमुख संवाददाता
लखनऊ. कोरोना संक्रमण की वजह से एक ही दिन में 48 मौतें हो जाने के बाद से राजधानी लखनऊ के स्वास्थ्य महकमे में हड़कम्प मचा हुआ है. यह मौतें लापरवाही का नतीजा थीं या फिर मरीज़ बहुत गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंचे थे यह तो जांच का मुद्दा है. लेकिन कोरोना को लेकर जो रिसर्च सामने आ रही है वह काफी चौंकाने वाली है.
कोरोना को लेकर जो रिसर्च चल रही है उसमें यह बात सामने आयी है कि जिस व्यक्ति के शरीर पर कोरोना का हमला होता है उसमें जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमज़ोर होता है उनके ठीक होने में ज्यादा समस्या सामने आती है. यह जानकारी भी सामने आयी है कि कोरोना वायरस की वजह से गंभीर स्थितियों में पहुँचने वाले मरीजों में से 30 फीसदी मरीजों के शरीर में खून के थक्के जमने लगते हैं. यही खून के थक्के तमाम मरीजों के लिए जानलेवा बन जाते हैं.

रिसर्च से सामने आया है कोरोना का ये डरावना चेहरा
जिन कोरोना मरीजों के खून के थक्के जम जाने की वजह से फेफड़ों में गंभीर किस्म की सूजन पैदा हो जाती है. खून के थक्के जब नसों में पहुँच जाते हैं तो खून के प्रवाह को भी रोक देते हैं. जब यही थक्के दिल या दिमाग तक पहुँच जाते हैं तो मरीज़ को दिल का दौरा पद जाता है या फिर मस्तिष्क में क्लाटिंग हो जाती है. दोनों ही हालत में मरीजों को बचाना मुश्किल हो जाता है.
ऐसे लोग ज्यादा सावधान रहें
डाक्टरों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के दौरान बड़ी उम्र के लोगों में तो खून के थक्के जमने की समस्या सामने आती ही है साथ ही हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ और जिन लोगों की हाल ही में सर्जरी हुई है उनके लिए यह समस्या ज्यादा होती है. डाक्टरों की राय है कि ऐसे लोगों को कोरोना से बचाव के लिए विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए. इसके अलावा जो लोग सिगरेट वगैरह पीते हैं उनके साथ भी इस तरह की समस्या पैदा हो सकती है.
थक्के जम रहे हों तत्काल ICU की ज़रूरत
कोरोना संक्रमण की वजह से जिन मरीजों में खून के थक्के जमने की समस्या हो रही है उन्हें तत्काल आईसीयू में भर्ती करने की ज़रुरत होती है. अगर फ़ौरन ऐसे मरीजों को इलाज नहीं मिला तो उनकी दिल का दौरा पड़ने से मौत हो सकती है. चीन में कोरोना की वजह से मरने वाले 187 मरीजों पर अध्ययन किया गया तो यह पाया गया कि 27.8 फीसदी मरीजों के दिल को नुक्सान पहुंचा था और वही उनकी मौत की वजह बना.
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खून के थक्के जमने की जानकारी मिलने के बाद डाक्टर फ़ौरन ही खून को पतला करने की दावा देते हैं लेकिन कई बार इससे रक्तस्राव की समस्या शुरू हो जाती है. हालांकि जिन लोगों को खून पतला करने की दवा समय पर मिल गई उनमें से कई लोगों की जान बचा भी ली गई.
कैसे बचें
डाक्टरों की राय है कि कोरोना काल में लोगों के पहले से ज्यादा एक्टिव रहना चाहिए. खूब पानी पीना चाहिए. मोटे लोगों को अपना वज़न कम करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए. जिनकी इम्युनिटी कमज़ोर है उन्हें अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के उपाय भी करने चाहिए और कहीं आने-जाने से भी बचना चाहिए.

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