तवाघाट से घटियाबगड़ के मध्य चट्टानें खिसकने से कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग फिर बाधित….

कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर तवाघाट से घटियाबगड़ के मध्य चट्टानें खिसकने से मार्ग फिर से बंद हो गया है। एक पखवाड़े के भीतर तीसरी बार मार्ग बंद होने से पांगला से लेकर चीन सीमा तक के लोग प्रभावित हो गए हैं।

कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर तवाघाट और घटियाबगड़ के मध्य 13.15 किमी पर अचानक चट्टान दरक गई और भारी मात्रा में पत्थर सड़क पर गिर गए। बुधवार रात्रि को पत्थर गिरने से हादसा टल गया। इस मार्ग के बंद होने से पांगला से लेकर चीन सीमा तक का क्षेत्र अलग-थलग पड़ गया है। जिससे पांगला, मांगती, घटियाबगड़, गर्बाधार, तांकुल, बुंगबुंग, सिमखोला, गाला, जिप्ती से लेकर उच्च हिमालय के चीन सीमा से लगे बूंदी, गब्र्याग, गुंजी, नाबी, नपलच्यु, रोंगकोंग और कुटी गांव अलग-थलग पड़ चुके हैं। ग्रामीणों का तहसील मुख्यालय और धारचूला के बाजार आना-जाना मुश्किल हो गया है।

यह मार्ग विगत एक पखवाड़े के बीच तीसरी बार बंद हुआ है। सबसे पहले बयालधार के पास मलबा आने से मार्ग पांचवें दिन खुला था। दो दिन मार्ग खुलने के बाद फिर से गस्कू के पास चट्टान खिसक गई और मार्ग चौथे दिन खुला। तीन दिन मार्ग खुला रहा बुधवार की रात को फिर चट्टान खिसक जाने से अब फिर से मार्ग बंद हो गया है। इसी मार्ग से आइटीबीपी, एसएसबी की अग्रिम चौकियों सहित सेना की चौकियों तक आवश्यक सामान की आपूर्ति होती है। मार्ग का  संचालन बीआरओ स्तर से किया जाता है।

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