डीटीओ और इंजीनियर के बीच हुए विवाद, DTO ने दिया इस्तीफा, लिखा कुछ ऐसा…

भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता दिलीप कुमार की गाड़ी को आवास से जबरन जब्त कर थाने के हवाले करने वाले डीटीओ राजीव कुमार ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया। इस मामले को लेकर 23 जुलाई से विवाद चल रहा था।

सबसे पहले डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने डीटीओ से स्पष्टीकरण मांगा था। इसके बाद प्रमंडलीय आयुक्त मयंक बरबड़े ने तलब किया था। हालांकि, समर्थन में बासा आया था। लेकिन, तब तक मामला विभाग तक पहुंच गया।

अचानक, शुक्रवार को डीटीओ ने अपना इस्तीफा परिवहन विभाग को भेज दिया। इसकी एक प्रति डीएम को भी मुहैया करा दी। उन्होंने इस्तीफे की कॉपी में मौजूदा व्यवस्था में कार्य करने में खुद को असमर्थ बताया है। डीएम ने डीटीओ के इस्तीफा देने की पुष्टि की है। कहा कि उन्हें इस्तीफे की एक कॉपी मिली है। उन्होंने कहा कि इस्तीफा मंजूर करना और नामंजूर करना विभाग का दायित्व है।

गौरतलब है कि प्रशासनिक आवास संख्या तीन महिला अधिकारी पुष्पिता झा के नाम से आवंटित हुआ। इसकी  मरम्मत और रंग-रोगन किया जाना था। लेकिन, डीटीओ ने उक्त आवास के कई हिस्से को तोड़कर पुनर्निर्माण का दबाव दिया।

नियमानुकूल नहीं होने की बात पर कार्यपालक अभियंता को धमकी दी और निजी स्तर से मजदूर लगाकर मकान तोड़वा दिया। कनीय अभियंता प्रवीण पंडित ने विरोध किया। इसके बाद डीटीओ ने उक्त मकान के सामने स्थित कार्यपालक अभियंता दिलीप कुमार के आवास से स्कॉर्पियो और कनीय अभियंता की बाइक को जब्त कर लहेरियासराय थाने के हवाले कर दिया।

डीटीओ का कहना था कि जब्त गाड़ी में कोई कागजात नहीं थे। इस घटना को लेकर भवन निर्माण विभाग के कर्मियों ने धरना-प्रदर्शन भी किया था। मामले में डीएम ने संज्ञान लेते हुए डीटीओ पर कठोर कार्रवाई और महिला अधिकारी पर अपेक्षित कार्रवाई की अनुशंसा की थी। साथ ही डीएम ने डीटीओ को नजारत के प्रभार व तारडीह प्रखंड के प्रभार से मुक्त कर दिया था।

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