झारखंड का ये है काला इतिहास, जो भी सीएम की कुर्सी पर बैठा वो दोबारा…

झारखंड गठन के 19 साल बीत चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी के रघुवर दास राज्य के ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने अपना 5 साल का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा किया है। राज्य का सियासी इतिहास की वजहों से काफी सुर्खियों में रहा है। एक दिलचस्प बात यह भी है कि झारखंड में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने वाले सभी नेता बारी-बारी से चुनाव हार चुके हैं।

राज्य बनने के बाद से यहां अब तक 3 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। खास बात यह भी कि राज्य ने अब तक बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुडा, शिबू सोरेन, मधु कोड़ा, हेमंत सोरेन और रघुवर दास के रूप में कुल 6 मुख्यमंत्री देखे। झारखंड की जनता ने राज्य का जो सियासी इतिहास लिखा है उसके मुताबिक जो नेता मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा है उसे जनता ने चुनाव में नकारा है।

साल 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजे हैरान करने वाले थे। ये नतीजे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्रियों के लिए सुनामी साबित हुआ और इस चुनाव में चार पूर्व मुख्यमंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा।

रघुवर दास ने सबसे पहले साल 1995 में जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और वो पहली बार विधानसभा के सदस्य बने थे। उस वक्त झारखंड, बिहार का हिस्सा हुआ करता था। वो इस सीट पर चार बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं लेकिन इस बार इस सीट पर उन्हीं की पार्टी के बागी नेता सरयू राय उन्हें चुनौती दे रहे हैं।

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