जीवाजी यूनिवर्सिटी की कुलपति संगीता शुक्ला ने शिकायत लेकर आईं छात्राओं को कही ऐसी बात

शुक्ला ने बौखलाहट भरे अंदाज में पूछा बताओ आज कैसी आई? छात्राओं ने कहा सोमवार से शुक्रवार तक नियमित कक्षाएं और परीक्षाएं थी इसलिए आज आना पड़ा। कुलपति ने पूछा एक कहां रहती हो और कहां पढ़ती हो इस पर छात्रा ने बताया कि मैं इंदौर की रहने वाली हूं और विश्वविद्यालय के लॉ संस्थान की छात्रा हूं।

कुलपति ने कहा तो आज के बाद नेतागिरी मत करना, आपने यहां आने से पहले कुलसचिव और वार्डन को जानकारी क्यों नहीं दी। इस पर छात्रा का कहना था कि हम लोगों ने शुक्रवार को ही शिकायती पत्र दे दिया था लेकिन शनिवार तक निराकरण नहीं हुआ इसलिए आपके यहां शिकायत करने आना पड़ी। यह सुनकर कुलपति और बौखला गई और कहा कि 24 घंटे के अंदर आने की क्या जरूरत पड़ गई।

इस पर छात्रा ने तर्क दिया कि मैडम यह समस्या मेरी अकेले की नहीं है सभी छात्राओं की है इसलिए शनिवार को ही आ गए। छात्रा का जवाब कुलपति को इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने कहा कि तुमने सभी छात्राओं का ठेका नहीं ले रखा है, अपनी बात बताओ और जाओ। छात्राओं ने कहा कि हमें शनिवार को ही टाइम मिलता है इसलिए आए हैं। इसी बीच कुलसचिव डॉक्टर आई के मंसूरी भी गरम हो गए और कहा कि हम लोग 7:00 बजे तक बैठते हैं, तुम लोग पेपर के बाद ही आ जाते तो निराकरण करा देते।

अंत में कुलपति ने दो टूक शब्दों में कह दिया अगर आप ने रजिस्ट्रार से कम्युनिकेट नहीं किया या फिर रजिस्ट्रार ने आपकी प्रॉब्लम सॉल्व नहीं की तब तक बीसी तक एप्रोच करना गलत है। बीसी जब तक बात नहीं करेगी कब तक कुलसचिव निराकरण नहीं कर देते। उल्लेखनीय है कि जीवाजी विश्वविद्यालय के मृगनयनी हॉस्टल की छात्राओं ने सब्जी में कीड़े निकलने, फफूंद लगे टमाटर डालने व युवकों के अंदर तक आने की शिकायत की है।

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