भारत को फिर बड़ा झटका! पिछले साल से भी नीचे रहेगी जीडीपी ग्रोथ

नई दिल्‍ली। चालू वित्त वर्ष 2019-20 में सकल घरेलू उत्पाद के आंकड़ों का पहला पूर्वानुमान पेश कर दिया गया है। चालू वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ 5 फीसदी रहने का अनुमान है। सांख्यिकी मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक जीडीपी 5 फीसदी रह सकती है, जो वित्त वर्ष 2018-19 में 6.8 फीसदी थी। वहीं वित्त वर्ष 2017-18 में जीडीपी ग्रोथ 7.2 फीसदी थी। ग्रॉस वैल्यू एडेड की अनुमानित ग्रोथ 4.9 फीसदी रहने का अनुमान है, जो 2018-19 में 6.6 फीसदी थी।

जीडीपी ग्रोथ

यह संख्या ऐसे समय में जारी की गई है जब भारतीय अर्थव्यवस्था सुस्ती से गुजर रही है। बता दें कि जून-सितंबर तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ घटकर 6 साल के निचले स्तर 4.5 फीसदी रही।

सीएसओ की रिपोर्ट के मुताबिक, सालाना आधार पर फार्म सेक्टर ग्रोथ 2.9 फीसकी की तुलना में 2.8 फीसदी रह सकती है। माइनिंग सेक्टर ग्रोथ 1.3 फीसदी की तुलना में 1.5 फीसदी, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ग्रोथ 6.9 फीसदी के मुकाबले 2 फीसदी, कंस्ट्रक्शन सेक्टर ग्रोथ 8.7 फीसदी की तुलना में 3.2 फीसदी, नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ 11.2 फीसदी के मुकाबले 7.5 फीसदी, इंडस्ट्री सेक्टर ग्रोथ 6.9 फीसदी की तुलना में 2.5 फीसदी, सर्विस सेक्टर ग्रोथ 7.5 फीसदी की तुलना में 6.9 फीसदी और फाइनेंशियल, रियल एस्टेट सर्विसेज ग्रोथ 7.4 से घटकर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान है।

भारतीय रिजर्व बैंक ने भी अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान देश की जीडीपी बढ़त के अनुमान को 6.1 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया है। इसके पहले रिजर्व बैंक ने अक्टूबर महीने में नीतिगत समीक्षा में यह अनुमान जाहिर किया था कि वित्त वर्ष 2019-20 में जीडीपी बढ़त 6.1 फीसदी हो सकती है।

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