ट्रेन हादसाः जिस ट्रैक ने ली रामलीला के ‘रावण’ की जान, 10 साल पहले यहीं पिता के साथ भी हुआ था…

रावण दहन के पटाखों की कान फाड़ने वाली अवाज जैसे ही धीमी हुई वैसे ही दिल को चीरने वाली लोगों की चीखो पुकार से जोड़ा फाटक का आसमान गूंजने लगा। एक दम से जालंधर की तरफ से आई डीएमयू ट्रेन गुजरते ही जोडा फाटक का रेलवे ट्रैक लाशों का ट्रैक बन गया। इस हादसे ने जहां प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिये हैं, वहीं कई घरों के चिराग बुझाकर उन्हें इस पशोपेश में डाल दिया है कि अब उनके परिवार को कौन पालेगा। 

इस हादसे में लगभग 50 लोगों के मरने की खबर है। उनमें से एक वो व्यक्ति भी था, जिसने रामलीला में रावण का किरदार निभाया। दलबीर की मां ने कहा कि उनके बेटे का एक 8 माह का बच्चा भी है, जिसे ये एहसास ही नहीं है कि उसकी दुनिया उजड़ चुकी है, उसके सिर से पिता का साया उठ गया है।

अापकाे ये जानकर हैरानी हाेगी कि 10 साल पहले इसी ट्रैक पर दलबीर के पिता ने भी दम ताेड़ा था। मृतक दलबीर के बड़े भाई बलबीर ने बताया कि वे जोड़ा फाटक के पास कृष्णा नगर के वार्ड नंबर-24 में रहते हैं। उसे बचपन से ही रामलीला मंचन का शौक था अौर पिछले 3 साल से यहां रामलीला में रावण का किरदार कर रहा था।  

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बलबीर ने कहा कि दलबीर के पिता स्वर्ण सिंह की 10 साल पहले इसी ट्रैक पर मौत हुई थी। उसके पिता नेत्रहीन थे और एक दिन ट्रैक से गुजर रहे थे। तभी स्वर्ण शताब्दी की चपेट में आने से उनकी मौत हुई थी। उन्हें क्या पता था कि पिता के बाद अब भाई की भी इसी ट्रैक पर मौत होगी। [star_list]

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