जिंदगी की आस छोड़ चुके लोगों के लिए आयुष्मान योजना का मिला आशीर्वाद….

जिंदगी की आस छोड़ चुके लोगों के लिए आयुष्मान योजना उन्हें नई राह दिखा गई। जरूरतमंदों का सहारा बनकर इस योजना ने न सिर्फ उनकी जिंदगी बचाई, बल्कि परिवार वालों का घर, जेवर गिरवी रखने से बचा लिया। ये आंकड़ा कोई एक दो या तीन नहीं बल्कि 759 मरीजों का है।

दरअसल जिला में अब तक अब तक  759 मरीजों का इलाज कराया जा चुका है। सरकार इनके इलाज पर करीब 1.18 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है। अब तक 29 अस्पताल सूचीबद्ध किया गया है। नौ अन्य अस्पताल को भी सूचीबद्ध करने की तैयारी की जा रही है।

वरदान साबित हो रही योजना

डीसी सुमेधा कटारिया ने बताया कि कुछ सालों में प्राइवेट अस्पतालों में किसी भी बीमारी के इलाज खर्च में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। सरकार गरीब लोगों के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना लेकर आई। अब यह योजना वरदान साबित हो रही है। योजना के तहत लाभार्थी परिवार के सदस्य का पांच लाख रुपये तक का इलाज सूचीबद्ध अस्पतालों में फ्री किया जाता है। इसमें सदस्यों की संख्या और आयु सीमा की लिमिट नहीं है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थी भी इस स्कीम में फायदा ले सकते हें।

1350 बीमारियों का पैकेजजिले में 30 मई तक 53,080 गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं। इनमें 1350 बीमारियों के इलाज का पैकेज शामिल है। कैंसर, रेडिएशनथेरेपी, कीमोथेरेपी, ह्रदय रोग, स्टेंट, दिमागी ऑपरेशन, दांतों व आंखों का ऑपरेशन, एमआरआई व सिटी स्कैन जैसे विशेष टेस्ट कवर किए गए हैं। अब तक इस योजना के तहत 759 मरीजों का करीब 1.18 करोड़ रुपये का इलाज किया जा चुका है।

96 फीसद गोल्डन कार्ड आधार से लिंक  

उप सिविल सर्जन डॉ. नवीन सुनेजा ने बताया कि योजना में सिविल अस्पताल के साथ-साथ सीएचसी समालखा, ईएसआइ अस्पताल और प्राइवेट अस्पतालों में इलाज किया जाता है। प्राइवेट अस्पालों में छाबड़ा, जीसी गुप्ता, पार्क, लाला हर भगवान दास मेमोरियल प्रेम अस्पताल, अपैक्स, जितेंद्रा, पवनांजलि, रेनबो, आईबीएम, सिग्निस महाराजा, गुप्ता आई, आरएम आनंद, साइप्रस एंड सत्या क्लीनिक, शोभित अस्पताल, डॉ. सोमबीर अस्पताल, पाहुजा अस्पताल, मित्तल चेस्ट एंड एलर्जी, जिंदल अस्पताल, डॉ. हवासिंह बच्चों का अस्पताल, आहुजा अस्पताल, सीएचसी अहर, अर्बन हेल्थ सेंटर सेक्टर 12, सीएचसी बापौली, अर्बन हेल्थ सेंटर सेक्टर 25, सीएचसी ददलाना और सुनील गुप्ता अस्पताल को शामिल किया गया है। इस योजना में 96 फीसद गोल्डन कार्ड आधार से लिंक किए गए हैं।

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