जानें विकास दुबे का पर्सनल बॉडीगार्ड कैसे हुआ ढेर

जुबिली न्यूज़ डेस्क 
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के छह दिन बाद मुख्य आरोपी विकास दुबे का एक साथी को पुलिस एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया। बुधवार सुबह हमीरपुर जिले में पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मुठभेड़ में विकास दुबे का करीबी अमर दुबे मारा गया।
अमर दुबे पर 25000 रुपये का इनाम घोषित था। वह पिछले हफ्ते चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में बदमाशों द्वारा घात लगाकर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में शामिल था। अधिकारी ने बताया कि इस जघन्य वारदात का मुख्य आरोपी ढाई लाख का इनामी गैंगस्टर विकास दुबे अब भी फरार है। उसकी तलाश में पुलिस की अनेक टीमें लगी हुई हैं।
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यूपी पुलिस के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि एसटीएफ ने विकास दुबे को मंगलवार रात हरियाणा के फरीदाबाद में बदरपुर बॉर्डर के पास एक होटल में छापा मारने के कुछ ही घंटे बाद अमर को गोली मार दी। अमर अरतारा गांव में छुपा हुआ था।
अमर दुबेएक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से यह पता चला था कि विकास दुबे जैसा दिखने वाले व्यक्ति अपने दो अन्य साथियों के साथ फरीदाबाद के एक होटल में रुका था। फरीदाबाद की क्राइम ब्रांच की पुलिस के साथ मिलकर एसटीएफ के रेड से कुछ देर पहले वे वहां से निकल गए थे।
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उन्होंने कहा कि तीन संदिग्धों को बाद में फरीदाबाद से उठाया गया था, जिनकी पहचान पत्र का इस्तेमाल होटल के कमरे को बुक करने के लिए किया गया था।
उन्होंने कहा कि तीन संदिग्धों से मिली जानकारी के मुताबिक विकास दुबे उन तीन व्यक्तियों में से एक था जो होटल में रुके थे। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद और दिल्ली में अलग-अलग स्थानों पर छापे मारे गए थे।
गौरतलब है कि गत दो-तीन जुलाई की दरमियानी रात करीब एक बजे गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गए पुलिस दल पर उसके गुर्गों ने ताबड़तोड़ गोलियां चला कर एक पुलिस क्षेत्राधिकारी, तीन दारोगा और चार कॉन्स्टेबल की हत्या कर दी थी।

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