जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में गिरावट सीमा पार से बढ़ी घुसपैठ

हाल ही में गृह मंत्रालय (एमएचए) ने मंगलवार को लोकसभा को सूचित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से राज्य में आतंकवादी घटनाओं में कमी आई है. लेकिन, सीमा पार से घुसपैछ के प्रयासों में वृद्धि हुई है. गृह मंत्रालय ने निचली सदन द्वारा अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद आतंकी घटनाओं में कितनी कमी आई है. इसके जवाब में  ने अपने जवाब में कहा कि 5 अगस्त 2019 से 27 नवंबर 2019 तक 88 आतंकी घटनाएं हुई है. 5 अगस्त के बाद आतंकवादी हिंसा की घटनाओं में गिरावट आई है. 12 अप्रैल 2019 से 4 अगस्त 2019 तक ऐसी 106 घटनाएं थी.

सीमा पार से घुसपैठ में हुई बढ़ोतरी: हम आपको बता दें कि मंत्रालय ने कहा कि हालांकि, सीमा पार से घुसपैठ के प्रयासों की संख्या में वृद्धि हुई है. 88 दिन की अवधि के दौरान 5 अगस्त 2019 से 31 अक्टूबर 2019 तक 84 ऐसी घटनाएं हुई हैं. वहीं, 9 मई 2019 से 4 अगस्त 2019 तक 53 ऐसे प्रयास किए गए थे. गौरतलब है कि इस साल अगस्त में, सरकार ने धारा 370 को रद्द कर दिया, जिसने जम्मू और कश्मीर के तत्कालीन राज्य को विशेष दर्जा दिया.  संसद ने इस क्षेत्र को दो केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित करते हुए एक विधेयक पारित किया, जो 31 अक्टूबर से आधिकारिक रूप से अस्तित्व में आ गया है.

यदि हम बात करें सूत्रों कि तो केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों को सरहद पार से समर्थित आतंकवादी संगठनों के इरादों को लेकर ऐसे इनपु्ट्स मिलना जारी है कि आतंकी जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों क अंजाम देने और सुरक्षा में सेंध लगाने की लगातार कोशिश में लगे हुए हैं. इसे ही देखते हुए सुरक्षाबलों ने प्रो एक्टिव रहते हुए तमाम ऐहतियाती कदम उठाए हैं. इसमें घेराबंदी और तलाशी अभियान भी शामिल हैं.

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