चुनाव आयोग ने अफसरों को लगाई क्लास, कहा-चुनाव सीरियस चीज है, मजाक का विषय नहीं

केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने प्रदेश के कई जिलों में लोकसभा चुनाव की तैयारी पर नाराजगी जताई है। करीब डेढ़ दर्जन जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस कप्तानों की तैयारी पर असंतोष जताते हुए आयोग ने सभी आवश्यक तैयारियां सात दिन में पूरी करने के निर्देश दिए हैं। चुनाव आयोग ने अफसरों को लगाई क्लास, कहा-चुनाव सीरियस चीज है, मजाक का विषय नहीं

मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि अधिकारी चुनाव को गंभीरता से लें। यूपी का चुनाव सबसे कठिन माना जाता है, यहां सकुशल चुनाव हो गया तो पूरे हिंदुस्तान में अच्छा संदेश जाता है, यहां खराब होता है तो पूरे देश में गलत मैसेज जाता है। फ्री, फेयर,फूलप्रूफ व एथिकल चुनाव आयोग की शीर्ष प्राथमिकता है। इसमें किसी भी स्तर पर कोताही नहीं होनी चाहिए।

निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को प्रदेश के दौरे के दूसरे दिन विधानमंडल के तिलक हॉल में सुबह 10 बजे से रात 10.30 बजे तक मैराथन बैठक की। प्रत्येक अधिकारी का चुनाव संबंधी तैयारियों पर प्रजेंटेशन देखा। निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों से लिंगानुपात, इपिक रेशियो, 18 से 19 वर्ष के मतदाता की संख्या, पूर्व के मतदान प्रतिशत, मतदान प्रतिशत बढ़ाने की तैयारी, जिले में शस्त्र लाइसेंस की संख्या, दिव्यांग मतदाताओं की संख्या, उनके लिए की गई तैयारी, अवैध शराब की बिक्री को रोकने की चुनौती, पोलिंग स्टेशन पर तनाव से जुड़ी पूर्व की स्थिति और वर्तमान हालात जैसे तमाम सवाल किए। कई अधिकारी इन सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इनमें मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, पुलिस कप्तान जैसे वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहे। आयोग ने इस पर नाराजगी जताते हुए उनकी खिंचाई भी की। आयोग ने कहा कि समय पर तैयारी पूरी करें, लोकसभा चुनाव से पहले आयोग की टीम एक बार फिर यूपी का दौरा करेगी।

बताया जा रहा है कि आयोग ने पूरी तैयारी के साथ न आने पर आगरा के जिलाधिकारी को आड़े हाथों लिया, वहीं बांदा, बस्ती और गोंडा के जिलाधिकारियों के प्रजेंटेशन में कमियों पर असंतोष जताया। वहीं, कई जिलाधिकारियों के प्रजेंटेशन की प्रशंसा भी की।

चुनाव सीरियस चीज है, मजाक का विषय नहीं

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने मुरादाबाद के कमिश्नर के एक सवाल का जवाब न देने पर कहा कि चुनाव सीरियस चीज है, मजाक का विषय नहीं। वहीं, गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी के प्रजेंटेशन को सराहा और कहा कि आयोग की टीम आपके जिले में जाएगी और जमीनी हकीकत देखेगी। आयोग ने आजमगढ़, प्रतापगढ़ और बांदा में पुलिस की लचर कार्रवाई पर नाराजगी जाहिर की। आजमगढ़ के एसएसपी ने कहा कि पिछले दिनों चले अभियान में 24 कट्टे बरामद किए गए हैं। आयोग ने कहा कि आजमगढ़ में सिर्फ 24 अवैध शस्त्र? यह संभव नहीं है कि आजमगढ़ में केवल 24 ही अवैध शस्त्र हों।

चुनावी मामलों में फाइनल रिपोर्ट की जांच के आदेश
प्रतापगढ़ में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन के दर्ज 12 मामलों में फाइनल रिपोर्ट लगाने पर आयोग ने नाराजगी जाहिर की। कमिश्नर और आईजी को निर्देश दिए कि वे खुद जाकर इसकी जांच करें। आयोग की मंशा थी कि इन मामलों में चार्जशीट दाखिल होनी चाहिए थी। बांदा में भी पुलिस की कार्रवाई से आयोग संतुष्ट नहीं दिखा।  

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