घने कोहरे के कारण दिल्ली हवाईअड्डे पर विमानों का आगमन एवं प्रस्थान रुका

राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में घने कोहरे के चलते इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर शुक्रवार को विमानों का परिचालन बाधित हो गया। आईजीआई हवाईअड्डे पर विमानों का आगमन एवं प्रस्थान रुका हुआ है।

सुबह साढ़े पांच और साढ़े आठ बजे के बीच दो विमानों का मार्ग भी परिवर्तित किया गया। हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘विमानों का परिचालन रुका हुआ है। बहुत कम विमानों ने उड़ान भरी है और वह भी उनके आकार, दृश्यता और उड़ान भरने के लिए वायु यातायात नियंत्रण मंजूरी के आधार पर।’’ 

एक अधिकारी ने बताया कि सुबह साढ़े पांच बजे से सात बजे तक विमानों को उड़ान भरने से पूरी तरह रोक दिया गया तथा सुबह छह बजे और सात बजकर 20 मिनट के बीच रुक-रुककर विमान उतरे। घने कोहरे के कारण सुबह सात बजे के बाद भी विमानों को उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी गई।

विमान का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया

उन्होंने बताया कि सिंगापुर से आईजीआई हवाईअड्डे आ रहे एक विमान का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया। उसे कोलकाता ले जाया गया। दिल्ली में रनवे पर उड़ान भरने के लिए 125 मीटर की न्यूनतम दृश्यता की आवश्यकता होती है।

अधिकारी ने बताया कि घने कोहरे के कारण शुक्रवार तड़के चार बजे से ही दिल्ली हवाईअड्डे पर दृश्यता बहुत कम है। विस्तारा एयरलाइन ने शुक्रवार को सुबह आठ बजकर 23 मिनट पर ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली में घने कोहरे और खराब दृश्यता के कारण विमानों के आगमन एवं प्रस्थान में देरी की संभावना है जिससे पूरे नेटवर्क में उड़ानों पर काफी असर पड़ सकता है।’’ 

उसने कहा, ‘‘अभी दिल्ली से विमानों का प्रस्थान रुका हुआ है और यह मौसम साफ होने की स्थिति में सुबह साढ़े नौ बजे तक बहाल होगा।’’ 
जेट एयरवेज ने भी सुबह छह बजकर 33 मिनट पर ट्वीट किया कि दिल्ली हवाईअड्डे के साथ-साथ बेंगलुरू हवाईअड्डे पर भी घने कोहरे के कारण उसके कुछ विमानों का परिचालन बाधित है।

राजधानी में बेघरों की मौत पर भाजपा ने दिल्ली सरकार को घेरा 

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने राजधानी में ठंड से बेघरों की मौत मुद्दे पर दिल्ली सरकार को घेरा है। तिवारी ने कहा कि एक तरफ तो सरकार विश्वस्तरीय शेल्टर होम बनाने का दावा कर रही है। वहीं मात्र 45 दिनों में 331 लोगों की मौत सरकार के दावों की पोल खोल रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी अपने नाम के विपरीत काम कर रही है। 

मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि सरकार गरीब विरोधी है और इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि सरकार का गरीबों से कुछ भी लेना-देना नहीं है। रैन बसेरों की हालत दयनीय है। बेघरों के लिए रहने की जगह नहीं है। गरीब ठंड में सड़कों पर सोने के लिए मजबूर है और उनकी जान जा रही है। 

तिवारी ने कहा कि सरकार ने 200 से ज्यादा शेल्टर होने का दावा किया है, बताए आखिर कहां है। तिवारी ने कहा कि बेघर लोगों का कोई नहीं होता और सरकार ही उनकी हमदर्द होती है। सरकार को इन लोगों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करने चाहिए। अभी भी देर नहीं हुई सरकार को तुरंत ठोस कदम उठाकर इन गरीबों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए ताकि और लोग न मरे।

तिवारी ने कहा कि सितंबर माह में भी 200 लोगों की मौत हुई है। इतना ही नहीं एक जनवरी से 14 जनवरी के बीच भी 96 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे स्पष्ट है कि सरकार और आप में संवेदनशीलता नहीं है। इस अवसर पर तिवारी के अलावा मीडिया प्रभारी प्रत्युष कंठ, नीलकांत बक्शी और आशोक गोयल ने भी सरकार की निंदा करते हुए कहा कि उसकी कथनी-करनी में अंतर है। 

19 जनवरी से ठंड से राहत मिलने की संभावना 

दिल्ली-एनसीआर में सर्दी से राहत नहीं मिल रही है। सर्द हवाओं के कारण इस सीजन (जनवरी) में चौथी बार न्यूनतम तापमान में बड़ी गिरावट हुई। इस कारण बृहस्पतिवार की सुबह का तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। जनवरी माह में यह तीसरी बार है जब तापमान में इतनी गिरावट हुई है। इससे पहले 1 जनवरी को तापमान 4.1 डिग्री, 11 जनवरी को 4.8 डिग्री व 16 जनवरी को 4.5 डिग्री दर्ज किया गया था। 

इस तरह से एक बार फिर इस सीजन में 17 जनवरी को तापमान में इतनी गिरावट का रिकॉर्ड टूटा। वर्ष 2012 से 2018 के बीच 17 जनवरी को कभी भी न्यूनतम तापमान इतना कम नहीं रहा। बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 22.2 डिग्री व न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

विभाग की मानें तो 19 जनवरी के बाद ही सर्दी से राहत मिलने की संभावना है। अगले सप्ताह की शुरुआत से तापमान में 3 से 4 डिग्री की बढ़ोतरी होनी शुरु होगी। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री व न्यूनतम तापमान 4 डिग्री रहने की संभावना है।

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