ग्‍लोबल वार्मिंग की वजह से विलुप्‍त होने की कगार पर हिमालय का ये जीव

उत्‍तराखण्‍ड। हिमालय में एक ऐसा जीव पाया जाता है। जिसका अस्तित्‍व ग्‍लोबल वार्मिंग की वजह से अब खतरे में आ चुका है। इस जीव का नाम हिमालयन पिका (Ochotona Himalayan) हैं। दुनिया भर में इसकी तीस से अधिक प्रजातियां हैं।

हिमालयन पिका एक छोटा सा जीव होता है। बिना पूंछ का एक स्तनपायी है। जिसके कान गोल होते है। यह देखने में बिल्‍कुल चूहे व खरगोश की प्रजाति जैसा है। पिकास शब्द पीक से लिया गया है जिसका मतलब ऊंचाई में रहने वाला जीव माना जा सकता है। उत्तरी अमेरिका में इसकी दो प्रजातियां रहती हैं। ये पौधों, ज्यादातर घास, फूल को खाता है।

तुंगनाथ में यह जीव रुंडा नाम से जाना जाता है। ये चूहे से थोड़ा बड़ा दिखने वाला खरगोश की तरह गोल होता है। इसके कान बड़े और पूँछ नहीं होती है। ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव में पिका को अपना अस्तित्व बचाना मुश्किल हो रहा है। ये हिमालय के उच्च घास के मैदानों में रहने वाला प्राणी अपने स्थान को बदलने के लिए विवश है। तिब्बत हिमालय के एक क्षेत्र में इसे अशुभ भी माना जाता था जिस वजह से इसका शिकार किया जाता था परंतु चीन ने इस पर तुरंत रोक लगा दी।

चीन का कहना था की पीका को मारना पारिस्थितिक तंत्र का संतुलन ख़राब करेगा। तिब्बत के ही अधिकतर क्षेत्र में इसे बौद्ध भिक्षु की तरह सम्मान दिया जाता है। माना जाना है की यह बारिश, बर्फ और बसंत का मौसम लेकर आता है।
नेपाल और चीन इनके संरक्षण पर कार्य कर रहे हैं पर भारत सरकार ने कभी भी इस जीव के संरक्षण के लिए कोई कदम नहीं उठाये हैं। नेपाल के राष्ट्रीय उद्यानों में इनको सहेजा गया है जिन पर चीन और नेपाल के वैज्ञानिक रिसर्च करते रहते हैं।
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