गौ हत्या पर रासुका के फैसले पर अपनों से घिरी कमलनाथ सरकार…

मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार इन दिनों खड़वा जिले में तीन आरोपियों के खिलाफ गोहत्या के मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाने के मामले पर घिरी हुई है। यह पहली बार है जब किसी कांग्रेस शासित राज्य में ऐसी कार्रवाई की गई है।गौ हत्या पर रासुका के फैसले पर अपनों से घिरी कमलनाथ सरकार...
कांग्रेस नेता चिदंबरम ने कहा कि ‘मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियनम (रासुका) का इस्तेमाल गलत था। इसे मध्य प्रदेश सरकार के सामने उठाया गया है। इसलिए अगर कोई गलती हुई है तो इस गलती को नेतृत्व की ओर से भी उठाया गया है।

इससे पहले सीपीआई के सांसद डी राजा ने इस मामले में बोलते हुए कहा था कि भाजपा से लड़ना अलग बात है मगर आप इन चीजों को आप कैसे सही ठहरा सकते हैं? राहुल गांधी को अपनी सरकार के इस कदम पर जवाब देना चाहिए।

पुलिस को मोघट थाने के खरखाली गांव में गौ हत्या की जानकारी मिली थी जिसके बाद खरखाली गांव के रहने वाले दो आरोपी राजू उर्फ नदीम और शकील को गिरफ्तार किया गया था। तीसरा आरोपी आजम दो दिन बाद को पकड़ में आया था।

पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि नदीम पहले भी गौ हत्या के मामले में शामिल रह चुका है। तीनों के खिलाफ गोवध अधिनियम की धारा 4,6 और 9 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी की सिफारिश पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) की धाराएं भी लगाईं गई है। इसके अंतर्गत आरोपी को लगभग एक साल तक हिरासत में रखा जा सकता है।

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