गैंगस्टर आनंदपाल का मंदिर बनाने के लिए सरकार…

जयपुर । राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह का प्रशासन की सख्ती और राज्य मानवाधिकार आयोग के नोटिस के बाद 20वें दिन गुरूवार शाम अंतिम संस्कार तो हो गया,लेकिन अब उसके समर्थक मंदिर बनाने की तैयार कर रहे है। श्री राजपूत करणी सेना श्रीगंगानगर शहर में आनंदपाल का मंदिर बनाना चाहती है,इसके लिए मूर्ति बनाने का ऑर्डर दे दिया गया है।

गैंगस्टर आनंदपाल का मंदिर बनाने के लिए सरकार...

आनंदपाल के समर्थक और करणी सेना के कार्यकर्ता हेमेन्द्र सिंह ने जिला कलेक्टर ज्ञानाराम से मंदिर बनाने की अनुमति मांगी है। उनका कहना है कि यदि जिला कलेक्टर अनुमति नहीं देंगे तो फिर राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर कर अनुमति मांगी जाएगी।

इधर आनंदपाल की बेटी योगिता का शुक्रवार को एक ऑडियो वायरल हुआ है जिसमें उसे यह कहते हुए सुना गया है कि मेरे पिता का अंतिम संस्कार पुलिसकर्मियों ने जबरन किया। परिवार के सदस्यों को एक कमरे में बंद कर दिया गया और फिर पुलिसकर्मी गांव के कुछ लोगों पर दबाव बनाकर शव यात्रा निकालकर ले गए।

योगिता ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के अंतिम संस्कार के समय उसके परिवार के सदस्य का मौजूद होना जरूरी होता है। उल्लेखनीय है कि 24 जून को पुलिस के साथ मुठभेड़ में आनंदपाल का एनकाउंटर हो गया था।

इसके बाद से राजपूत समाज और परिजन एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे,ये शव का अंतिम संस्कार करने को भी तैयार नहीं थे। इसी बीच राजपूत समाज ने बुधवार को आनंदपाल के पैतृक गांव सांवराद में शोक सभा की। शोक सभा के बाद रात्रि में राजपूत समाज के लोगों और पुलिस के बीच कई बार अलग-अलग स्थानों पर झड़प हुई।

राजपूत समाज के लोगों ने नागौर के पुलिस अधीक्षक की कार पर हमला कर उनके गैनमैन से एक-47 छीन ली। एक अन्य स्थान पर पुलिसकर्मियों से रायफल छीन ली गई। पुलिस अधिकारियों के साथ मारपीट करने के साथ ही डीडवाना और रेलवे स्टेशन पर तोडफोड की गई।

इस घटनाक्रम में 35 लोग घायल हुए थे,इनमें 25 पुलिसकर्मी एवं 10 राजपूत समाज के लोग शामिल थे। बुधवार को ही राज्य मानवाधिकार आयोग ने सरकार को नोटिस देकर आनंदपाल के शव का 24 घंटे में अंतिम संस्कार करने के निर्देश दिए। इसके अगले दिन गुरूवार को सरकार हरकत में आई और जयपुर स्थित विभिन्न स्थानों से राजपूत नेताओं को हिरासत में लेने के साथ ही देर शाम आनंदपाल का अंतिम संस्कार कराया। 

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