गुजरात में मंत्री के बेटे के रोकना लेडी सिंघम को पड़ा महंगा

सोशल मीडिया पर कांस्टेबल सुनीता यादव को  कहा जा रहा है लेडी सिंघम
जुबिली न्यूज डेस्क
एक बार फिर सत्ता और रसूख के आगे ईमानदारी और कर्तव्य की हार हुई है। गुजरात में एक कांस्टेबल सुनीता यादव को इसलिए अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ गया क्योंकि उन्होंने राज्य के एक मंत्री के बेटे को कर्फ्यू का उल्लंघन करने से रोका। सिस्टम ने भले ही सुनीता के इस ईमानदारी की कद्र नहीं कि लेकिन सोशल मीडिया पर लोग सुनीता के साथ खड़े हैं। लोग उन्हें लेडी सिंघम कह रहे हैं।
गुजरात में स्वास्थ्य मंत्री के बेटे को कर्फ्यू का उल्लंघन करने से रोकने वाली कांस्टेबल सुनीता यादव के खिलाफ कार्रवाई किए जाने पर विवाद खड़ा हो गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले सप्ताह जब सूरत में कांस्टेबल सुनीता यादव ने दो व्यक्तियों को कर्फ्यू के दौरान गाड़ी में घूमने के लिए और मास्क ना पहनने के लिए रोका तो दोनों युवक सुनीता से बहस में उलझ गए।
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आपके बेटे के मित्रों ने #CoronaCurfew तोड़ा#Mask नहीं पहना #MLA की कार लेकर आपका बेटा घूम रहा है
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री #KishoreKanani को बिना डरे ये सब कहने वाली Constable #Sunita को अब नौकरी छोड़नी पड़ गई है।इस बहादुर बेटी सुनीता को आपका साथ चाहिए#IsupportSunitaYadav pic.twitter.com/YtAhscxWfg
— Vinod Kapri (@vinodkapri) July 12, 2020

सुनीता इन दोनों को छोडऩे को तैयार नहीं हुई तो उन दोनों ने वहां अपने मित्र प्रकाश कनानी को बुला लिया। प्रकाश वराछा रोड इलाके से विधायक और स्वास्थ्य राज्य-मंत्री कुमार कनानी के पुत्र हैं। प्रकाश ने यादव को उसके मित्रों को छोडऩे के लिए कहा और उन्हें धमकी दी।
सुनीता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में प्रकाश को यादव को “365 दिनों तक उसी जगह पर खड़े रहने” पर मजबूर करने की धमकी देते हुए सुना जा सकता है।
मीडिया में आई खबरों के अनुसार सुनीता ने मंत्री के बेटे की धमकियों से बिना डरे हुए उन्हें यह कहा कि वो उनकी नौकर नहीं हैं।
12 जुलाई को प्रकाश कनानी और उनके दोनों दोस्तों को हिरासत में तो ले लिया गया लेकिन कांस्टेबल सुनीता यादव का पुलिस मुख्यालय में तबादला कर दिया गया। उसके बाद यादव ने काम से छुट्टी ले ली। ऐसा बताया जा रहा है कि उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है।
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सुनीता को माफी मांगने के लिए भी कहा गया है लेकिन उन्होंने माफी मांगने से इनकार कर दिया है।
सोशल मीडिया पर सुनीता यादव के खिलाफ की गई कार्रवाई की आलोचना की गई और उनके समर्थन में कई लोगों ने पोस्ट लिखे।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर कहा कि “ऐसे लोगों को सुधारने के लिए सुनीता यादव जैसे और अफसरों को आगे आने की जरूरत है। ”

ईमानदारी से काम कर रहे अफसर को ड्यूटी मत सिखाओ, अपनी बिगड़ी औलादों को तमीज़ सिखाओ!
ऐसे ढीठों को सुधारने के लिए #SunitaYadav जैसे और अफसरों को आगे आने की ज़रूरत है। pic.twitter.com/8eZyqVsQzp
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) July 12, 2020

वहीं जानीमानी अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने मामले पर एक ट्वीट में कहा कि यादव को अपना फर्ज निभाने के लिए पदोन्नति देने की जगह उसे मजबूर हो कर इस्तीफा देना पड़ा।

ईमानदारी से काम कर रहे अफसर को ड्यूटी मत सिखाओ, अपनी बिगड़ी औलादों को तमीज़ सिखाओ!
ऐसे ढीठों को सुधारने के लिए #SunitaYadav जैसे और अफसरों को आगे आने की ज़रूरत है। pic.twitter.com/8eZyqVsQzp
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) July 12, 2020

कुछ लोगों ने तो सुनीता यादव की तुलना हिंदी फिल्म ‘सिंघम’ के मुख्य किरदार से करते हुए उन्हें ‘लेडी सिंघम’ भी कहा।
&

THERE IS A NEED SUCH PEOPLE….LADY SINGHAM OF SURAT CITY POLICE @SUNITAYADAV pic.twitter.com/nWbJAT5Zu4
— Patel MJ (@PatelMJ5) July 11, 2020
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