जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को उत्तराखंड में गम और गुस्से के बीच भावनीनी श्रद्धांजलि दी। शुक्रवार को पूर्व राज्यसभा सांसद तरुण विजय के नेतृत्व में राजभवन के समीप चिड़ोवाली में शोकसभा का आयोजन किया गया।
शोकसभा में डीजीपी अनिल रतूड़ी और डीजी अशोक कुमार ने शिरकत कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। शोकसभा में बच्चों को संबोधित करते हुए पूर्व राज्यसभा सांसद तरुण विजय ने कहा कि वीर जवानों ने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी है।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देकर दो मिनट का मौन रखा। उन्होंने पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला लेने की मांग की। शुक्रवार को सदन की सारी कार्यवाही रोक कर शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। कुमांऊ में भी तमाम संगठनों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
आतंकी हमले से पूरे देश में आक्रोश है। शहीद प्रमोद सजवाण के पिता बीएस सजवाण ने कहा कि बेटे की शहादत पर गर्व है। पुलवामा में शहीद हुए जवानों ने देश के लिए बलिदान दिया है। आतंकियों के सफाए के लिए सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी होगी।
शोकसभा में केंद्रीय विद्यालय-1, केंद्रीय विद्यालय अपर कैंप सालावाला, केंद्रीय विद्यालय ओएनजीसी, केंद्रीय विद्यालय हाथीबड़कला के छात्र-छात्राओं समेत तमाम शिक्षक और कर्मचारी मौजूद रहे।
केंद्रीय श्री गुरु सिंह सभा ने कैंडल मार्च निकाल कर शहीदों को नमन किया। शुक्रवार को सभा की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला, जो गांधी पार्क से घंटाघर होते हुए गांधी पार्क पर संपन्न हुआ। सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरपाल सिंह सेठी ने कहा कि जवानों की शहादत से पूरा गम और गुस्से में है।
सरकार को आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी। इस दौरान सरदार बिजेंद्र पाल सिंह, टीएस आनंद, गुरुदास सिंह, भजन सिंह, करनप्रीत सिंह, बूटा सिंह आदि मौजूद रहे।
गढ़वाल मंडल मुख्यालय पौड़ी व आसपास के क्षेत्रों में शहीदों के सम्मान में जहां जमकर जयकारे गूंजे। वहीं पाकिस्तान व आतंकवाद के खिलाफ लोगों का गुस्सा जमकर फूटा। आक्रोशित लोगों ने पाकिस्तान का पुतला फूंकते हुए सरकार से आरपार की लड़ाई छेड़े जाने की मांग उठाई।