खुश खबरी: नए साल पर सोना खरीदने वालों को मिलेगा बड़ा तोहफा…

नए साल से हॉलमार्क जूलरी के कैरेट की पहचान आसान हो जाएगी, हालांकि हॉलमार्क अब सिर्फ 14,18 और 22 कैरेट के सोने पर ही नजर आएगा। ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआईएस) ने हॉलमार्क गाइडलाइंस में तीन अहम बदलाव किए हैं, जो 1 जनवरी से लागू होंगे। लेकिन हॉलमार्किंग को अनिवार्य करने के मुद्दे पर सरकार ने फिलहाल कदम पीछे खींच लिए हैं।मंगलवार को बीआईएस की ओर से जारी नए हॉलमार्किंग नॉर्म्स में कहा गया कि अब सोने की हॉलमार्किंग सिर्फ तीन कैटिगरी में होगी यानी 14, 18 और 22 कैरेट के गहनों पर ही हॉलमार्क का निशान लगाया जाएगा। अब तक 9, 16,17, 19, 20, 21, 23 कैरेट के गहनों पर भी हॉलमार्क लगता था। दूसरे अहम बदलाव के तहत फिटनेस मार्क के साथ कैरेट संख्या भी दर्ज होगी।

मसलन, 22 कैरेट के सोने पर अब तक 916 लिखा होता था, जबकि अब 22K916 लिखा होगा। इसी तरह 18 कैरेट के सोने पर 18K750 और 14 कैरेट के लिए 14K585 दर्ज होगा। तीसरे बदलाव के तहत हॉलमार्किंग से गहने के मैन्युफैक्चरिंग वर्ष को हटा दिया गया है। इस तरह अब पांच की जगह सिर्फ 4 मार्क- हॉलमार्क लोगो, कैरेट-फिटनेस, असेइंग सेंटर और जूलर के पहचान मार्क नजर आएंगे।
बीआईएस की डेप्युटी डायरेक्टर (पीआर) अलका ने बताया, ‘तीनों बदलाव कन्ज्यूमर्स की सुविधा को ध्यान में रखकर लिए गए हैं। कैरेट संख्या दर्ज होने से अब हर कोई आसानी से जान सकेगा कि गहना कितने कैरेट का है। साथ ही निशान की संख्या घटने से स्पेस मिलेगा, जिससे बाकी निशान थोड़े बड़े नजर आ सकते हैं।’ उन्होंने उन अटकलों को खारिज किया कि पहली जनवरी से हॉलमार्किंग अनिवार्य हो रही है और कहा कि फिलहाल यह वॉलंटरी है।
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