खरीदने जा रहे हैं गोल्ड तो अभी थोडा और करिए इंतजार, पाएंगे फायदा
बढ़ाई लीमिट, लेकिन जोश नहीं
गोल्ड ज्वैलरी के बिजनेस से जुड़े लोगों का कहना है कि सरकार ने ज्वैलरी खरीदने पर पैन कार्ड देने की सीमा को 50 हजार रुपये से दो लाख रुपये करने से इसमें उछाल आने की संभावना थी, लेकिन फिलहाल ऐसा दिख नहीं रहा है।
दिल्ली बुलियन एंड ज्वेलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विमल गोयल के मुताबिक जीएसटी से पहले दिल्ली के बुलियन बाजार में हर रोज 200 करोड़ रुपये तक का कारोबार होता था। जीएसटी के बाद इसमें 75 फीसदी की गिरावट आई थी।
आयात बढ़ा, लेकिन सोने की डिमांड कम
गोल्ड कारोबारी तरुण जैन ने amarujala.com से बात करते हुए बताया कि शादियों के सीजन में इस पहले हफ्ते में सोने की चमक फीकी रही है। आगे कई कारणों के चलते लोग सोना खरीदेंगे तो लेकिन उतनी सेल नहीं होगी, जितनी पहले होती थी।
पहली छमाही (जनवरी-जून) में आयात 532 टन था, जबकि मांग अभी भी 298 टन रही। दरअसल जीएसटी से पहले लोग जितना ज्यादा आयात कर सकते थे उतना किए, लेकिन उस हिसाब से मांग नहीं बढ़ी।
3 फीसदी लग रहा है जीएसटी
सरकार ने गोल्ड-सिल्वर की खरीद और बिक्री पर 3 फीसदी जीएसटी लगा दिया है। इससे टैक्स लगने लगा है। 3 फीसदी जीएसटी, इंपोर्ट ड्यूटी और मेकिंग चार्ज के चलते सोने पर पर लोगों को 18 फीसदी टैक्स देना पड़ रहा है, जिससे सोने की डिमांड पर असर पड़ा है।