कोरोना से परेशान होकर बच्चों ने किया सेनिटाइजर डिस्पेंसर का आविष्कार

ओम दत्त
चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस (COVID-19) अब तक 170 से ज्यादा देशों में पहुंच गया है। इसके संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या 13,068 हो गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। कोरोना वायरस के प्रकोप से सारी दुनिया में आतंक फैला हुआ है।
कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका ने पूरे हिंदुस्तान को सतर्क कर दिया है। देश भर में कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। शॉपिंग मॉल, सिनेमा हॉल को भी बंद रखने को कहा गया है। ताकि लोगों का जमावड़ा न हो और ये बीमारी ज्यादा लोगों के बीच न फैल पाए।
सीएमएस स्कूल, लखनऊ के छात्र अविरल अग्रवाल एवं प्रबल अग्रवाल के द्वारा ऑटोमेटिक हैंड सेनीटाइजर डिस्पेंसर का आविष्कार किया गया। | अविरल अग्रवाल एवं प्रबल अग्रवाल ने जुबली पोस्ट से अपने इस अविष्कार की कहानी साझा करते हुए बताया कि यह डिवाइस संक्रमण को रोकने एवं स्वच्छता के तौर-तरीकों को आसान बनाने की ओर उठाया गया कदम है।

फिलहाल 130 करोड़ की आबादी वाले हमारे देश में स्वास्थ्य की जांच के आसान विकल्प उपलब्ध नहीं है अतः सावधानी बरतना ही सबसे आसान विकल्प है। अतः इस कार के जरिए संक्रमण को बहुत हद तक रोका जा सकता है। इस ऑटोमेटिक डिस्पेंसर का प्रयोग बहुत ही आसान है।
उपकरण के पास हाथ लाते ही डिस्पेंसर में मौजूद सैनिटाइजर खुद बाहर आ जाता है जिससे कि इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति अपने हाथों को बिना कोई उपकरण को छुए अपने हाथों को सेनीटाइज कर सकता है।

अविरल अग्रवाल एवं प्रबल अग्रवाल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के महानगर क्षेत्र के रहने वाले हैं यह उपकरण एक प्रोटोटाइप है।वह इस उपकरण का उत्पादन प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया स्कीम के तहत करना चाहते हैं।

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