कोरोना वायरस किस तरह आपके शरीर को करता है इफ़ेक्ट? कैसे ले लेता है आपकी जान…जानिए

चीन के वुहान शहर से फैले जानलेवा कोरोना वायरस से अब तक लगभग 1,500 लोगों की मौत हो चुकी है. नेशनल हेल्थ कमिशन की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को इस वायरस से 143 लोगों की मौत हुई. पूरी दुनिया में अब तक करीब 67,000 लोग इस वायरस का शिकार हो चुके हैं. आइए आपको बताते हैं कि आखिर ये वायरस कितना खतरनाक है और कैसे आपके शरीर को खोखला कर मौत की तरफ ले जाता है.

फेफड़ों पर असर-
कोरोना वायरस की शुरुआत और अंत दोनों फेफड़ों से होते हैं. वायरस से होने वाली सांस की बीमारी सबसे पहले इंसान के फेफड़ों को खराब करना शुरू करती है. फेफड़ों की कोशिकाएं खराब होने के बाद इंसान को सांस लेने में दिक्कत होती है और उसका दम घुटने लगता है.

आंतों को खराब करता है-
यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड स्कूल ऑफ मेडीसिन के एसोसिएट प्रोफेसर मैथ्यू बी. फ्रायमैन कहते हैं कि कोरोना के लक्षण SARS और MERS वायरस से काफी मिलते-जुलते हैं. दोनों ही इंसान की छोटी और बड़ी आंत को खराब करते हैं. इसलिए ऐसी भी संभावनाएं हैं कि कोरोना वायरस इंसान की आंतों को खोखला कर रहा है.

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किडनी खराब-
इंसान की किडनी शरीर में खून को फिल्टर करने का काम करती है. प्रत्येक किडनी करीब 800,000 माइक्रोसोपिक यूनिट से भरी होती है. मेडिकल भाषा में इन्हें नेफ्रोन्स कहा जाता है. ये खून को फिल्टर कर उसके पोषक तत्वों को शरीर तक पहुंचाने का काम करते हैं, जबकि गैर जरूरी तत्वों को यूरीन के रास्ते शरीर से बाहर निकालते हैं. कोरोना वायरस शरीर के इस सबसे खास हिस्से को भी तबाह कर देता है.

रक्त वाहिकाओं से खून बहना-
कोलंबिया यूनिवर्सिटी की वायरोलॉजिस्ट और एसोसिएट रिसर्च साइंटिस्ट एंजेला रास्मुसेन के अनुसार, कोरोना वायरस से शरीर की रक्त वाहिकाओं पर भी बुरा असर पड़ता है. मूल रूप से इस अवस्था में शरीर की रक्त वाहिकाओं से खून बहता रहता है.

लिवर डैमेज-
कोरोना वायरस के शरीर में दाखिल होने के बाद ये धीरे-धीरे लिवर को डैमेज करने का काम करता है. लिवर इंसान के बॉडी फंक्शन को सही ढंग से चलाने का काम करता है. डॉक्टर्स का कहना है कि इस वायरस की चपेट में आए रोगियों के फेफड़े और लिवर दोनों ही खराब पाए गए हैं. लिवर शरीर की पाचन क्रिया का सबसे प्रमुख हिस्सा है. खून से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने का काम भी लिवर ही करता है.

प्रेग्नेंसी में कोरोना वायरस-
एंजेला रास्मुसेन ने गर्भवती महिलाओं के लिए कोरोना वायरस को और भी ज्यादा खतरनाक बताया है. उन्होंने बताया कि SARS और MERS जैसे वायरस गर्भवती महिला से नवजात शिशु के शरीर में ट्रांसफर नहीं होते हैं, लेकिन कोरोना वायरस मां के साथ-साथ बच्चे को भी चपेट मे लेता है.

क्या होते हैं शुरुआत लक्षण?-
कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति में शुरुआती लक्षण बेहद साधारण होते हैं. इस दौरान व्यक्ति को बुखार आता है और बहुत ज्यादा थकावट होती है. साथ ही रोगी को सूखी खांसी होती है. इसके अलावा कई लोगों में डायरिया जैसी भी शिकायतें देखने को मिली हैं.

आम सर्दी जुकाम से कैसे अलग?-
साधारण सर्दी खांसी की शुरुआत गले में खराश के साथ होती है फिर नाक बहने लगती है जिससे कोल्ड हो जाता है. इनके अलावा बुखार और सिर दर्द की भी शिकायत बनी रहती है और शरीर को आराम नहीं मिलता है.

वहीं, कोरोना वायरस के फ्लू में कफ शुरु होते ही सिर और पूरे शरीर में दर्द होने लगता है और सारे लक्षण एकसाथ ही दिखने लगते हैं. गले में दर्द की वजह से आवाज बैठ जाती है. तेज बुखार आने लगता है.

 

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